बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) की 10वीं (मैट्रिक) के परीक्षा परिणाम मंगलवार को घोषित कर दिए गए। इस वर्ष करीब 69 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल घोषित किए गए हैं। राज्यभर में पहले तीन स्थानों पर चार छात्राओं का कब्जा रहा है।
इस वर्ष पहले 10 स्थानों पर आने वाले 23 छात्र-छात्राओं में 16 छात्र सिमुलतला आवासीय विद्यालय के हैं। बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने मंगलवार को परीक्षा परिणाम जारी किया। बीएसईबी के अध्यक्ष आनंद किशोर ने संवाददाताओं को बताया कि इस वर्ष 68़ 89 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल हुए हैं।
उन्होंने बताया, “पिछले वर्ष करीब 50 प्रतिशत ही परीक्षार्थी सफल हुए थे। ऐसे में इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में 18 प्रतिशत से ज्यादा परीक्षार्थी सफल हुए हैं।”
किशोर ने बताया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा इस वर्ष 21 से 28 फरवरी के बीच आयोजित की गई इस परीक्षा में करीब 17़ 70 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिसमें आठ लाख 91 हजार 243 छात्र और आठ लाख 78 हजार 794 छात्राएं शामिल थीं।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष सिमुलतला आवासीय विद्यालय की छात्रा प्रेरणा ने 457 अंक (91़ 4 प्रतिशत) लाकर राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जबकि इसी विद्यालय की प्रज्ञा व शिखा कुमारी ने 454 अंक लाकर राज्यभर में दूसरा स्थान प्राप्त किया है।
किशोर के मुताबिक, सिमुलतला आवासीय विद्यालय की ही छात्रा अनुप्रिया ने 452 अंक लाकर राज्यभर में तीसरा स्थान प्राप्त किया है।
बीएसईबी के अध्यक्ष ने आगे कहा कि राज्यभर में पहले 10 स्थानों पर आने वाले 23 छात्र-छात्राओं में से 16 विद्याार्थी सिमुलतला आवासीय विद्यालय के हैं।
किशोर ने इस बार पिछले वर्ष की तुलना में अच्छे परिणाम के लिए प्रश्नपत्रों के पैटर्न में बदलाव और शिक्षा के क्षेत्र में चलाई जा रही योजनाओं को माना है। उन्होंने कहा कि 28 जून से स्क्रूटनी के लिए ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे और कंपार्टमेंटल परीक्षा जुलाई में ली जाएगी। अगस्त महीने में परीक्षा परिणाम जारी किया जाएगा।
परीक्षा परिणाम जारी करने के बाद शिक्षा मंत्री वर्मा ने कहा, “इस बार का परिणाम बहुत अच्छा रहा है।” मंत्री ने सभी सफल छात्रों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इस बार छात्राओं ने जबरदस्त सफलता पाई है जो खुशी की बात है। उन्होंने सभी सफल छात्रों को अच्छे भविष्य की शुभकामनाएं दीं और असफल छात्रों को और कड़ी मेहनत करने की सलाह दी।
उल्लेखनीय है कि समिति ने पूर्व में 20 जून को ही परीक्षा परिणाम जारी करने की घोषणा की थी, लेकिन गोपालगंज मूल्यांकन केंद्र से 42 हजार से अधिक उत्तर पुस्तिकाएं गायब हो जाने के बाद परीक्षा परिणाम जारी करने की तिथि बढ़ा दी गई।