नई दिल्ली: सरकार ने 9 बंद पड़े गैस आधारित विद्युत उत्पादन संयंत्रों को बहाल करने की घोषणा की है, जिनकी संस्थापित क्षमता 5070 मेगावाट बिजली पैदा करने की है। ये संयंत्र एक पारदर्शी और प्रतिस्पर्धात्मक रिजर्व ई-नीलामी के जरिए सफल बोलीदाताओं को आवंटित किए गए हैं। इनसे 8.81 अरब विद्युत यूनिट पैदा की जाएंगी और उनकी आपूर्ति चार रुपये 70 पैसे प्रति यूनिट की दर से खरीददार वितरण कम्पनियों को 1 अक्तूबर, 2016 से 31 मार्च, 2017 की अवधि में की जाएगी। इसके लिए सरकार विद्युत प्रणाली विकास निधि से 187.14 करोड़ रुपये की मदद करेगी।
नीलामी प्रक्रिया 3 सितम्बर, 2016 को सम्पन्न हुई, जिसमें 9 संयंत्र बोलीदाताओं के लिए प्राथमिकता संयंत्रों के रूप में उभरे, जो 9.93 एमएमएससीएमडी ई-बोली आरएलएनजी के जरिए आवंटित किए गए।
बंद पड़े गैस आधारित संयंत्रों के लिए वर्तमान रिजर्व ई-नीलामी का यह चौथा चरण था, जिसका आयोजन बंद पड़े गैस आधारित संयंत्रों से गैस आधारित उत्पादन क्षमता संवर्धन कार्यक्रम के अंतर्गत किया गया था।
देश में गैस आधारित विद्युत उत्पादन क्षमता 24,150 मेगावाट की है, जिसमें से 14.305 मेगावाट क्षमता के लिए घरेलू गैस आपूर्ति नहीं हो पा रही है। भारत सरकार ऐसे बंद पड़े गैस विद्युत संयंत्रों को बहाल करने के प्रति वचनबद्ध है ताकि सभी के लिए 24X7 बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
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