देहरादून: श्रीनगर में आयोजित राष्ट्रीय पंचायत पुस्तक मेला एवं सम्मान समारोह के अवसर पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा है कि जैसे-जैसे सूचना तकनीकि का युग आगे बढ़ रहा है उसी गति से हम लोग साहित्य एवं पुस्तकों से दूर होते जा रहे हैं, ऐसे समय में राष्ट्रीय पंचायत पुस्तक मेले का आयोजन एक सराहनीय प्रयास है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि पंचायत राज नियमावली, पंचायतों के कार्य, पंचायतों के अधिकार आदि सम्बन्धित जानकारी हमें पुस्तकों के माध्यम से पढ़ने को प्राप्त होती है। मुझे खुशी है कि यहां पर ’’पढ़ेगा उत्तराखण्ड-बढ़ेगा उत्तराखण्ड’’ एवं ’’साक्षर गांव साक्षर प्रदेष’’ की
परिकल्पना को साकार रूप देने के लिए उच्च शिक्षा विभाग तथा पंचायती राज विभाग द्वारा संयुक्त रूप से इस राष्ट्रीय पंचायत पुस्तक मेले एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि दूरस्थ ग्राम पंचायतों से आये हुए जनप्रतिनिधियों को इस मेले में उपलब्ध पुस्तकों से पंचायती राज से सम्बन्धित जानकारियों का आदान-प्रदान करने में सुविधा होगी।
श्री अग्रवाल ने कहा कि जब हम उत्तराखण्ड राज्य की बात करते हैं तो यहां की विषम भौगोलिक परिस्थितियां ऐसी हैं जहां सामान्य रूप से प्रातः पढ़े जाने वाला समाचार पत्र शाम को अथवा दूसरे दिन पढ़ने को मिल पाता है। मेरी इच्छा है कि हम इस कार्यक्रम से प्रेरणा लेकर जब अपने कार्य क्षेत्रों में जायेंगे तो हमें अपने ग्राम पंचायत अथवा जिला पंचायतों में छोटे-छोटे पुस्तकालय एवं दैनिक समाचार पत्रों को गांव तक मंगवाने की व्यवस्था करेंगे,
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेम चंद अग्रवाल जी ने बागेश्वर पंचायतों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले ग्राम प्रधानों को सम्मानित भी किया ।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत जी ने भी अपने विचार व्यक्त किए कार्यक्रम में अतर सिंह का सवाल जितेंद्र रावत राकेश ध्यानी विकास कुकरेती जगमोहन सिंह नेगी चेतन शर्मा राकेश परसवाण विजयलक्ष्मी रतूड़ी आदि लोग उपस्थित थे कार्यक्रम का संचालन डा रचना नौटियाल ने किया ।