लखनऊ: 25 मार्च को लखनऊ में आयोजित होने वाली शिया सूफी सुन्नी एकता सम्मेलन लिए खानकाहों और सूफी हजरात से संपर्क अभियान में तेजी आ गई है। मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी शिया और सूफी सुनी उलमा के साथ विभिन्न खानकाहों का दौरा कर रहे हैं ताकि 25 मार्च को आयोजित होने वाली शिया व सून्नी सूफी सम्मेलन में उलमा और सूफियों के साथ जनता भी बड़ी संख्या में इकट्ठा हो सके। 27 फरवरी को मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद नकवी ने फर्रुखाबाद की विभिन्न खानकाहों का दौरा करके सज्जादा नशीनों और जनता से संपर्क किया, इसके अलावा आस पास की विभिन्न खानकाहों से संपर्क किया जा चुका है और कुछ खानकाहों से जल्द संपर्क किया जाएगा। फर्रुखाबाद के अलावा, मौलाना ने मकनपुर शरीफ की खानकाह से भी संपर्क किया। मकनपुर खानखाह में सूफी सैयद शजर मदारी ने मौलाना का स्वागत किया और मौलाना के लिए अपने सर्मथन का एलान किया। उनके अलावा सैयद मेहज़र मदारी, सैयद हिलाल मियां, सैयद मुईन अलवी , और अन्य खानकाह के लौग भी उपस्थित थे।
फर्रुखाबाद की खानकाह हुसैनिया मुजीबियाह और मकनपुर शरीफ में मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने अपने संबोधन में कहा कि सूफियों ने हमेशा शांति और एकता का संदेश आम किया है। आज इस एकता के संदेश को और ज्यादा फेलाने की जरूरत है और भारत के हर नागरिक तक पहुँचाने की जरूरत है ताकि दूरियां समाप्त हों और दुनिया इस्लाम की सही तस्वीर देख सके। मौलाना ने कहा कि अमेरिका और इसराइल के प्रशिक्षित व्यक्ति तालिबान अलकायदा और आईएस जैसे आतंकवादी संगठनों का सहारा लेकर मुसलमानों को बदनाम कर रहे हैं, जबकि उनके संगठनों का इस्लाम से कोई संबंध नहीं है और यही लोगों कोे इस्लाम के नाम पर आतंकवाद का सबक पढ़ा रहे हैं। मौलाना ने कहा कि इस सम्मेलन से खानकाहों और इमामबाड़ों के बीच एकता पैदा करने की कोशिश की जा रही है ताकि मुसलमानों की राष्ट्रीय स्तर पर एकता सामने आए और सरकारों को हमारी ताकत का सही अनुमान हो सके।
खानकाह हुसैनिया मुजीबियाह में मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी का जबरदस्त स्वागत किया गया .सजादा नशीन शाह फ़सीह मुजीब ने मौलाना के फर्रुखाबाद आगमन पर हार्दिक स्वागत कहा। मौलाना के संबोधन के दौरान सभी लोगों ने जोर से कहा कि हम आपके साथ हैं , और शिया व सूफी सुन्नियों के एकता के लिए किसी भी बलिदान में संकोच नहीं करेंगे। इस दौरान बिलाल शफीकी, बिलाल मुजीबी, आफताब हुसैन, नफ़ीस हुसैन और अन्य लोग मौजूद रहे। मौलाना कलबे जवाद नकवी के साथ मौलाना हबीब हैदर, मौलाना फिरोज हुसैन, सूफी शाह सैयद हसनैन बकई और अन्य लोग उपस्थित थे।