भारत के तीन शहर दिल्ली, बेंगलुरु और चेन्नई दुनिया के सबसे सस्ते शहर हैं। वहीं सिंगापुर का नाम सबसे महंगे शहर के रूप में शुमार होता है। यह बात इकॉनोमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (ईआईयू) सर्वे में निकल कर सामने आई है।
वहीं, दक्षिण एशियाई शहरों पर किए गए वर्ल्डवाइड कॉस्ट ऑफ लिविंग 2018 के सर्वे में भारत और पाकिस्तान दोनों ही समान रूप से वैल्यू फॉर मनी वाले देश हैं।
सर्वे में बेंगलुरु, चेन्नई, कराची और नई दिल्ली जैसे 10 शहरों को सबसे सस्ते गंतव्य के रूप में दर्शाया गया है।
वेतन और खर्च करने भारत अब भी पीछे
रिपोर्ट में कहा गया है, हालांकि भारत एक तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था है, लेकिन इसके बावजूद वेतन और खर्च करने के मामले में यहां की ग्रोथ अब भी काफी कम है। आय में असमानता इसका एक महत्वपूर्ण कारण है। आज भी घर खर्च चलाने के लिए यहां लोगों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है।
पश्चिमी देशों की तुलना में यहां कम दर पर ग्रामीण क्षेत्रों से शहरी इलाकों में खाद्यान्नों और अन्य वस्तुओं की आपूर्ति, कुछ सामानों पर सरकारी सब्सिडी भी वस्तुओं के दाम बढ़ने से रोकते हैं।
नई दिल्ली दसवें स्थान पर
सीरिया की राजधानी दमिश्क दुनिया का सबसे सस्ता शहर है। वहीं, वेनेजुएला की राजधानी कराकस और कजाकस्तान का व्यापारिक केंद्र अलमाटी इस सूची में दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
अन्य दस सबसे सस्ते शहरों में लागोस चौथे स्थान पर, बेंगलुरु पांचवें स्थान पर, कराची छठे स्थान पर, अल्जीयर्स सातवें स्थान पर, चेन्नई आठवें स्थान पर, बुचारेस्ट नौवें स्थान पर और नई दिल्ली दसवें स्थान पर है।
हिन्दुस्तान