नई दिल्ली: केन्द्रीय संस्कृति (स्वतंत्र प्रभार), पर्यटन (स्वतंत्र प्रभार) तथा नागर विमानन राज्यमंत्री डॉ. महेश शर्मा ने कहा है कि पर्यटन में देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनने की क्षमता है, क्योंकि यह विदेशी मुद्रा अर्जित करने, रोजगार देने तथा महिलाओं को सशक्त बनाने का साधन है।
डॉ. महेश शर्मा ने आज नई दिल्ली में इंडिय एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (आईएटीओ) के संवाद सत्र तथा संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पूरा विश्व वैश्विक गांव बन गया है और पर्यटन अपने देश को शेष दुनिया से जोड़ने का ताकतवर औजार है।
देश में पर्यटन को प्रोत्साहित करने में आईएटीओ जैसे निजी हितधारकों की भूमिका की सराहना करते हुए डॉ महेश शर्मा ने कहा कि पर्यटन को प्रोत्साहित करने तथा पर्यटन संबंधी लक्ष्यों को पूरा करने के लिए निजी क्षेत्र की अधिकतम भागीदारी की संभावना तलाशी जानी चाहिए।
डॉ. शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ब्रांड एम्बेस्डर की भूमिका निभा रहे हैं और विश्व के सामने भारत को प्रोमोट कर रहे हैं। प्रधानमंत्री द्वारा की गई यात्रा वाले देशों से विदेशी पर्यटकों का आगमन बढ़ा है। भारतीय हस्तकला को भारत की संस्कृति के भाग के रूप में मूल्यावान बताते हुए पर्यटन मंत्री ने कहा कि हस्तकला संवर्धन पर्यटन प्रोत्साहन का आवश्यक भाग बनाया जाना चाहिए।
पर्यटन सचिव डॉ. ललित पंवार ने कहा कि सरकार द्वारा ई-टूरिस्ट वीजा जैसे उठाए गए कदमों के अच्छे परिणाम आए हैं। उन्होंने आईएटीओ के सदस्यों से अऩुरोध किया कि इसका व्यापक प्रचार प्रसार करें और ई-टूरिस्ट वीजा के उपयोग के लिए पर्यटकों को प्रोत्साहित करें।
आईएटीओ के अध्यक्ष श्री सुभाष गोयल ने बताया कि आईएटीओ का 31वां वार्षिक सम्मेलन 20 से 23 अगस्त, 2015 को इंदौर में होगा। इससे मध्य प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।