लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से कोरिया गणराज्य के राजदूत श्री शिन बाॅन्गकिल ने उनके सरकारी आवास पर भेंट की। इस अवसर पर कोरिया गणराज्य एवं उत्तर प्रदेश के बीच आर्थिक एवं सांस्कृतिक सहयोग बढ़ाने के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया गया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार कोरिया गणराज्य से द्विपक्षीय सम्बन्धों को और सुदृढ़ कर रही है। वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री जी की कोरिया गणराज्य की यात्रा से इन रिश्तों को नयी ऊँचाई मिली है। भारत के प्रधानमंत्री तथा कोरिया गणराज्य के राष्ट्रपति ने दोनों देशों की जनता के बीच सम्पर्कों को बढ़ाने पर बल दिया है। भारत खास तौर पर उत्तर प्रदेश के साथ दक्षिण कोरिया के ऐतिहासिक व सांस्कृतिक सम्बन्ध रहे हैं। प्रदेश सरकार इन रिश्तों को मजबूत बनाते हुए आर्थिक क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरिया गणराज्य और उत्तर प्रदेश के बीच पर्यटन की असीम सम्भावनाएं हैं। भगवान बुद्ध के जीवन से जुड़े कपिलवस्तु, कुशीनगर, कौशाम्बी, सारनाथ और श्रावस्ती जैसे स्थान उत्तर प्रदेश में है। इसके अलावा अयोध्या में क्राक क्लैन सोसाइटी द्वारा एक स्मारक बनवाया गया है। इन समस्त स्थानों पर प्रतिवर्ष कोरिया गणराज्य से बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। ज्ञातव्य है कि कोरिया गणराज्य के किम लोगों का मानना है कि आज से लगभग दो हजार वर्ष पूर्व अयोध्या की एक राजकुमारी दक्षिण कोरिया गईं थी, जहां उनका विवाह राजा किम सूरो से हुआ था। वर्तमान में उनके वंशज क्राक क्लैन के सदस्य है, जिन्होंने अयोध्या में यह स्मारक निर्मित किया है।
योगी जी ने कहा कि अयोध्या में क्राक क्लैन सोसाइटी द्वारा निर्मित स्मारक के समीप, रानी हो की स्मृति में एक नवीन और भव्य स्मारक के निर्माण की राज्य सरकार की योजना है। इससे प्रदेश के साथ कोरिया गणराज्य के रिश्ते और सुदृढ़ होंगे तथा पर्यटन गतिविधियों में वृद्धि भी होगी। इसके दृष्टिगत उन्होंने इस वर्ष नवम्बर माह में दीपावली पर्व के अवसर पर अयोध्या में राज्य सरकार द्वारा आयोजित किए जाने वाले दीपोत्सव समारोह में सम्मिलित होने के लिए राजदूत के माध्यम से कोरिया गणराज्य के विशिष्ट महानुभावों को आमंत्रित भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत और दक्षिण कोरिया के बीच आर्थिक एवं तकनीकी सम्बन्धों को और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है, इससे प्रदेश में निवेश आने के साथ-साथ हमारे नौजवानों को रोजगार के नये अवसर भी प्राप्त होंगे। प्रदेश में कोरिया गणराज्य से निवेश आमंत्रित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की नीतियों के अनुरूप निवेशकों और उद्यमियों को हर सम्भव सुविधा और सहयोग प्रदान किया जाएगा।
कोरिया गणराज्य के राजदूत श्री बाॅन्गकिल ने कहा कि उनका देश उत्तर प्रदेश के साथ अपने सम्बन्धों को और व्यापक बनाने का इच्छुक है। उन्होंने मुख्यमंत्री जी को कोरिया गणराज्य की यात्रा के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि इससे कोरिया गणराज्य और उत्तर प्रदेश के बीच सहयोग और सम्पर्क बढ़ेगा। श्री बाॅन्गकिल ने कहा कि उनका देश श्रावस्ती जनपद के विकास में सहयोग प्रदान करेगा। साथ ही, स्वच्छ भारत अभियान में भी भागीदारी निभाएगा। उन्होंने बताया कि वियतनाम के बाद कोरियाई कम्पनी सैमसंग का सर्वाधिक निवेश उत्तर प्रदेश में है। इसके अलावा एल0जी0 कम्पनी की भी राज्य में निवेश की योजना है।