ऋषिकेश: ऋषिकेश में स्थित श्री शिवशक्ति निलयम न्यास, वीरभद्र में श्री आदिशंकर दिव्योत्सव कार्यक्रम में उत्तराखण्ड विधान सभा अध्यक्ष श्री प्रेम चन्द अग्रवाल शामिल हुए। इस मौके पर श्री अग्रवाल ने जगद्गुरु के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किये, इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मंगलाचरण के साथ श्रद्धापूर्वक उनकी आरती की गई।
इस मौके पर विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि शंकराचार्य जी महाराज भारत की एकता व अखंडता के महान शिल्पकार थे। सनातन धर्म की रक्षा के लिए देश में चारों दिशाओं में चार मठों की स्थापना की। इस तरह उन्होंने आध्यात्मिक उर्जा की धारा से समूचे राष्ट्र को सराबोर किया।
श्री अग्रवाल ने कहा कि ऐसे महान शिल्पी सनातन परंपरा के विकास और धर्म के प्रचार-प्रसार में आदि शंकराचार्य का महान योगदान है. उनके द्वारा धर्म की रक्षा के लिए जलाया गया दीप से ही सनातन धर्म प्रकाशित हो रहा है।
भारत भ्रमण के दौरान शंकराचार्य ने संन्यासियों के विभिन्न समूहों को एक सूत्र से जोड़ने के लिए चार मठों की स्थापना की जिसमें उत्तराखण्ड में ज्योतिषपीठ(बद्रीनाथ) उड़ीसा में गोवर्धनपीठ( पुरी) गुजरात में शारदापीठ( द्वारिका) एवं कर्नाटक में श्रृंगेरीपीठ(मैसूर) स्थित है।