नई दिल्लीः पुस्तक पाठन श्रृंखला के दूसरे सत्र ‘आर्काइव्ज रीड्स’ का भारत राष्ट्रीय अभिलेखागार (एनएआई) ने आज यहां आयोजन किया। आयोजन में लेखक और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व शिक्षक प्रोफेसर दीपक कुमार ने अपने प्रकाशन ‘त्रिशंकु नेशन-मेमोरी, सेल्फ एंड सोसायटी इन कंटेम्पोरेरी इंडिया’ का पाठन किया।
इस अवसर पर एनएआई के महानिदेशक श्री प्रीतम सिंह ने कहा कि एनएआई में उपलब्ध समृद्ध अभिलेखीय दस्तावेज छात्रों, शोधकर्ताओं, इतिहासकारों और लेखकों के लिए शानदार सामग्री हैं। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक पाठन श्रृंखला से लोगों में अभिलेखीय जागरूकता पैदा करने में मदद मिलेगी और प्रसिद्ध इतिहासकार तथा युवा पाठकों के बीच नजदीकी बढ़ेगी।
लेखक प्रोफेसर दीपक कुमार ने पिछले 15 वर्षों के दौरान राष्ट्रीय अभिलेखागार से राष्ट्रीय मामलों, राजनीति, मौसम विज्ञान और विभिन्न अन्य विषयों की लगभग 4500 फाइलें उन्हें देखने को मिलीं। इससे उन्हें कई पुस्तकें लिखने में सहायता मिली। लेखक ने एनएआई के प्रति गहरी भावना व्यक्त करते हुए कहा कि यहां विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित समृद्ध सामग्री मौजूद है। उन्होंने एनएआई से आग्रह किया कि वह देश के ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण संगठनों के निजी दस्तावेजों को भी संरक्षित करने पर विचार करे।
‘त्रिशंकु नेशन-मेमोरी, सेल्फ एंड सोसायटी इन कंटेम्पोरेरी इंडिया’ में समकालीन भारत की स्थिति प्रस्तुत की गई है। त्रिशंकु राष्ट्र एक ऐसे देश का ब्यौरा पेश करता है, जिसमें विरोधाभास हैं और आकादमिक दृष्टिकोण से सामाजिक इतिहास का ब्यौरा प्रस्तुत किया गया है। इसके तहत जाति, धर्म, साम्प्रदायिकता, शासन, भ्रष्टाचार, शिक्षा, विज्ञान, संस्कृति के विषय में ऐतिहासिक आधार पर ब्यौरा प्रस्तुत किया गया है, जो पिछले पांच दशकों से संबंधित है।
‘आर्काइव्ज रीड्स’ पुस्तक पाठन श्रृंखला की शुरूआत 23 फरवरी, 2018 को की गई थी, ताकि लोगों में अभिलेखीय जागरूकता पैदा करने में मदद मिले और प्रसिद्ध इतिहासकार तथा युवा पाठकों के बीच नजदीकी बढ़े।