देहरादून: शुक्रवार को न्यू कैंट मुख्यमंत्री आवास पर फिक्की महिला संगठन, हैदराबाद के सदस्यों के सम्मान में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड के सामाजिक क्षेत्र में महिलाओं का अहम योगदान है।
हमारे यहां की महिलाएं मेहनती व परिश्रमी है। राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाये गये हैं। उन्होंने कहा कि हैदराबाद से आयी महिला उद्यमियों द्वारा उत्तराखण्ड का भ्रमण करने से निश्चय ही हमारे यहां की महिला उद्यमियों का भी उत्साह बढ़ेगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड ही एक ऐसा स्थान है, जहां से प्रकृति को करीब से देखा जा सकता है। राज्य की प्रकृति, पर्यटन, तीर्थाटन के साथ ही हमारी संस्कृति बेहद अनूठी है। हमारी यहां समृद्ध संस्कृति है, जिसके विविध रूप है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेश में वर्ष भर चारधाम यात्रा संचालित की जा सके। इसके लिए हमने प्रयास भी शुरू कर दिये है। साथ ही यात्रियों को चारधाम की यात्रा में कोई कठिनाई न हो, इसके लिए अवस्थापना सुविधाओं का विकास कियाा जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि प्रदेश में हैली सर्विसेज की दिशा में कार्य किया जा रहा है। प्रदेश भर में लगभग 60 स्थानों पर हैलीपैड बनाये जा रहे है। प्रदेश में पर्यटन गतिविधियां बढ़े, इसके लिए ठोस कार्ययोजना तैयार की जा रही है। हमारे यहां सबसे बड़ी हिमालय रेंज है, जिसे देखने के लिए देश व विदेश से लोग आते है। मुख्यमंत्री ने फिक्की महिला संगठन के प्रतिनिधियों से भी अपील की कि वे पुनः उत्तराखण्ड आये और यहां के पर्यटन का आनन्द ले। साथ ही अपने प्रदेश के लोगो को भी उत्तराखण्ड की संस्कृति और पर्यटन स्थलों से रूबरू होने के लिए प्रेरित करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में पूंजी निवेश की असीम संभावनाएं है। हमने पर्यटन, ऊर्जा, शिक्षा, आई.टी., हाॅर्टीकल्चर सहित अन्य क्षेत्रों में निवेश के लिए नीतियां बनायी है। इन नीतियों का लाभ उद्यमी उठा सकते है। प्रदेश में एम.एस.एम.ई. नीति को लागू किया गया है, जिसका उद्देश्य स्थानीय स्तर पर उद्यमियों को प्रोत्साहित करना है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने फिक्की महिला संगठन, हैदराबाद से आयी सदस्यों से परिचय भी प्राप्त किया। साथ ही सबके साथ ग्रुप फोटो भी खिंचवाया। उत्तराखण्ड राज्य की पहचान के रूप में सभी सदस्यों को भगवान बदरीनाथ व केदारनाथ के स्मृति चिन्ह भंेट किये। संस्कृति विभाग के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। प्रदेश की संस्कृति से अभिभूत होकर फिक्की महिला संगठन की सदस्या एवं हैदराबाद निवासी कु. गायत्री द्वारा गढ़वाली गीत बेडू पाको, बारा मासा गायन किया गया। जिस पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने कु. गायत्री की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव ऊर्जा व पर्यटन, प्रमुख सचिव उद्योग व सचिव आई.सी.डी.एस. द्वारा अपने-अपने विभागों की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि किस-किस क्षेत्र में निवेश की संभावनाएं है। साथ ही फिक्की महिला संगठन के सदस्यों से सहयोग एवं सुझाव देने की बात भी कही।
कार्यक्रम की संयोजक एवं फिक्की महिला संगठन की राष्ट्रीय सदस्य शिल्पी अरोरा ने बताया कि फिक्की महिला संगठन महिलाओं उद्यमियों का संगठन है, जिसके पूरे देश में 13 चैप्टर है और 4200 सदस्य भारतवर्ष में है। फिक्की महिला संगठन, हैदराबाद चैप्टर का 40 सदस्यीय दल तीन दिवसीय उत्तराखण्ड भ्रमण पर है। संगठन द्वारा प्रदेश में पर्यटन व विकास की संभावनाओं पर अध्ययन किया गया है साथ ही विभिन्न स्थानों का भ्रमण भी किया गया है। फिक्की महिला संगठन हैदराबाद की अध्यक्षा रेखा लाहोटी ने कहा कि उत्तराखण्ड की संस्कृति और पर्यटक स्थलों ने उनको व उनके सदस्यों को काफी आकर्षित किया है। उन्होंने प्रदेश सरकार की ओर से दिये गये सम्मान के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास होगा कि हैदराबाद में उत्तराखण्ड की संस्कृति व पर्यटन की ब्राॅडिंग करने का काम किया जाय।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव एन.रविशंकर, अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव ऊर्जा डाॅ. उमाकांत पंवार, प्रमुख सचिव एम.एस.एम.ई. मनीषा पंवार, सचिव आई.सी.डी.एस. भूपिन्दर कौर औलख, फिक्की महिला संगठन हैदराबाद की मालविका राय, मालवी रेड्डी, भुवनेश्वरी, शर्मिला अग्रवाल, कविता रेड्डी आदि उपस्थित थे।