नई दिल्लीः श्री अश्विनी कुमार चौबे,स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री जी नेआज ‘ सड़क सुरक्षा सप्ताह’के तहत एक पुस्तिका का विमोचन किया । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में हमारे देश में 480562 सड़क दुर्घटनाएं हुईं जिसमें 494624 लोग घायल हुए और उनमें से 150785 की मृत्यु हुई । उन्होंने कहा कि इन आकड़ों के अनुसार 1317 दुर्घटनाएं हुए, जिनमें 413 लोग प्रतिदिन मरते हैं । दूसरे शब्दों में प्रति घंटे 55 दुर्घटनाएं होती हैं और उनमें से 17 की मृत्यु होती है । उन्होंने कहा कि गम्भीर रूप से घायल पीडि़तों के लिए आघात देखभाल प्रणाली का उन्नयन कर के बहुमूल्य जाने बचाई जा सकती है । दुर्घटना के बाद देखभाल करना जरूरी है, क्योंकि देखभाल करने से मिनटों की देरी से जीवन और मृत्यु के बीच फर्क पड़ जाता है ।श्रीचौबेने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय आघात देखभाल हेतु एक राष्ट्रीय कार्यक्रम चल रहा है जिसके तहत राज्य और राष्ट्रीय राजमार्ग के पास मौजूद अस्पतालों में आघात देखभाल सुविधाओं को मजबूत किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि भारत सरकार डॉक्टरों, नर्सों, पैरामैडिक्स और यहां तक कि आस पास खडे़ दर्शकों को भी घायलों को प्राथमिक चिकित्सा और प्रबंधन प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए पहल कर रही है। 500 से अधिक प्री–हॉस्पिटल ट्रामा तकनीशियनों को दिल्ली के तीन केन्द्रीय अस्पतालों डॉ आरएमएल अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षण दिया गया है । इसके अलावा, कार्यक्रम के तहत डॉक्टरों और नर्सों के लिए उन्नत आघात जीवन सहायता और बुनियादी जीवन सहायता प्रशिक्षण प्रदान किए जा रहे हैं ।
श्रीचौबेने आशा व्यक्त की कि यह हैंडबुक एम्स विशेषज्ञों के द्वारा एक साधारण यूज़र फ्रेन्डली पुस्तिका तैयार की गई हैजो आम जनता के लिए बहुमूल्य साबित होगी जिसमें सड़क यातायात में घायल पीड़ितों को मूल प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने में सक्षम करेगी।