लखनऊ: देश की सबसे पुरानी बहुभाषी संवाद समिति ‘हिन्दुस्थान समाचार’ के गोमतीनगर स्थित इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित उत्तर प्रदेश विकास संवाद को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि उनके एक साल के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश क्षेत्रीय संपर्क और कौशल विकास के क्षेत्र में नंबर एक हो गया है। हमारी सरकार बनने से पहले उत्तर प्रदेश में लखनऊ और वाराणसी में केवल दो एयरपोर्ट हुआ करते थे। अब गोरखपुर, इलाहाबाद, मुरादाबाद और आगरा में भी एयरपोर्ट बन चुके हैं। वहां उड़ान शुरू हो गई है। कुशीनगर में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनाया जा रहा है। इससे प्रदेश के विकास की गति बढ़ेगी, यह उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने कहा कि रीजनल कनेक्टिविटी उत्तर प्रदेश नंबर एक है। कौशल विकास के क्षेत्र में भी यह प्रदेश नंबर वन हो चुका है। इस एक साल में हमने सात लाख युवाओं को इंटरप्राइजेज और उद्योगों से जोड़ा है। दो लाख 60 हजार युवाओं को रोजगार दिलाया गया है।
उन्होंने कहा कि पूर्व सरकारों के कार्यकाल में गरीबों को आवास देने के मामले में उत्तर प्रदेश 17वें नंबर पर था लेकिन हमारे एक साल के कार्यकाल में यह नबर एक पर है। 40 लाख दलितों और वंचितों को शौचालय देकर और 36 लाख परिवारों को मुफ्त बिजली कनेक्शन देकर हम स्वच्छता अभियान और बिजली देने के मामले में भी नबर एक हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि उत्तर प्रदेश निवेशक सम्मेलन में जितने एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं, हम उन्हें धरातल पर उतारेंगे और प्रदेश के 33 लाख युवाओं को नौकरी देंगे। हमारी एक जिला एक उत्पाद योजना अगर सफल हुई तो हम तीन लाख युवाओं को नौकरी और रोजगार देने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकारों में हर जिले में खास उद्योग है, को आगे बढ़ाने में रूचि नहीं ली गई। इसी वजह से जिलों के खास उद्योग दम तोड़ते चले गए। हमारी सरकार ने एक जिला एक उत्पाद योजना को बढ़ावा देने के लिए बजट में धन स्वीकृत किया है। स्टार्टअप शुरू करने वाले युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए बजट में धन की व्यवस्था की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेसिक शिक्षा में पहले यह स्थिति थी कि पचास प्रतिशत से अधिक प्रवेश लेने वाले बच्चे कुछ ही दिनों में स्कूल छोड़ दिया करते थे, लेकिन हमने स्कूल चलो अभियान छेड़कर एक करोड़ 54 लाख बच्चों का सरकारी स्कूलों में दाखिला कराया। प्रदेश के 01 लाख 69 हजार स्कूलों को नियमित चालू कराया। उद्योगपतियों से विद्यालयों को गोद लेने की अपील की। इसका परिणाम यह हुआ कि एक साल में ही ढाई हजार स्कूल आदर्श स्कूलों में शुमार हो गए। वहां प्रवेश के लिए अब जगह नहीं है, ऐसा कहा जा रहा है। बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में भी हम नंबर एक हो गए हैं। उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू कर रहे हैं, जिससे लंबे समय से शिक्षा को लेकर चल रहा विभेद खत्म होगा। पूर्वांचल और बुंदेलखंड को एक्सपे्रसवे से जोड़ा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रदेश में सैन्य काॅरीडोर बनाने की घोषणा पहले ही कर दी थी। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने प्रदेश को तीन रेल कारखाने दिए हैं। यह आज का बदलता हुआ उत्तर प्रदेश है। इसे समय नारद जैसी दृष्टि चाहिए। नकारात्मक दृष्टि रही तो हम नारद जी के साथ भी न्याय नहीं कर पाएंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश में अपराध को लेकर लोगो का दृष्टिकोण बदला है। उद्योगपतियों का राज्य की कानून व्यवस्था के प्रति विश्वास बढ़ा है। यह वजह है कि देश भर के उद्योगपति उत्तर प्रदेश में अपने उद्योग स्थापित करना चाहते हैं।