लखनऊ: पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश, द्वारा प्रमुख सचिव, नागरिक सुरक्षा उत्तर प्रदेश शासन, तथा निदेशक, नागरिक सुरक्षा विभाग उ0प्र0 एवं संबंधित पदाधिकारियों के साथ एक बैठक गत दिवस सम्पन्न हुयी। बैठक में नागरिक सुरक्षा विभाग तथा पुलिस विभाग के बीच उच्च कोटि का समन्वय स्थापित कर प्रदेश की कानून व्यवस्था, विभिन्न अवसरों एवं अन्य सामाजिक गतिविधियों में नागरिक सुरक्षा विभाग का पूर्ण सहयोग लिए जाने हेतु विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया गया।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में उ0प्र0 के 15 जनपदों बुलन्दशहर, आगरा, गाजियाबाद, बरेली, गोरखपुर, मथुरा, लखनऊ, मुरादाबाद, सहारनपुर, झांसी, इलाहाबाद, कानपुर नगर, वाराणसी, मेरठ एवं चन्दौली में नागरिक सुरक्षा संगठन कार्यरत है तथा शेष अन्य जनपदों में इस संगठन को स्थापित किया जाना प्रस्तावित है।
उक्त बैठक के दौरान लिए गये निर्णय के परिप्रेक्ष्य में पुलिस महानिदेशक,उ0प्र0 द्वारा उक्त जनपदों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक को निम्नलिखित निर्देश दिये गये:-
1- जनपद स्तर पर नागरिक सुरक्षा विभाग के वालेंटियर्स का एक डाटाबेस तैयार कर लिया जाये जिसमें उनका नाम, मोबाइल नं0, स्थायी/अस्थायी पता तथा ई-मेल आईडी, ट्विटर एकाउण्ट/फेसबुक विवरण इत्यादि अंकित किया जाये। डाटाबेस की सूची जनपद के प्रत्येक थाने पर प्रेषित कर दिया जाये एवं इस मुख्यालय को ई-मेल के माध्यम से प्रेषित किया जाए।
2- नागरिक सुरक्षा विभाग के वार्डेन एवं महत्वपूर्ण वालेंटियर्स तथा जनपदीय पुलिस अधिकारियों के साथ उनका एक ‘व्हाट्सएप ग्रुप’ जनपद स्तर पर बना लिया जाये, जिससे आवश्यकतानुसार एक दूसरे को प्रेषित की जाने वाली सूचनाओं का आदान-प्रदान सुगमता से हो सके।
3- नागरिक सुरक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ प्रत्येक माह एक तिथि नियत कर जनपद स्तर पर एक बैठक अवश्य आयोजित की जाए, जिसमें जनपद के ऐसे प्रकरण जिनमें नागरिक सुरक्षा विभाग का सहयोग लेकर उनका निराकरण किया जा सकता है पर विचार- विमर्श कर उसका क्रियान्वयन
कराया जाये, तथा अगली बैठक में पिछली बैठक के दौरान लिये गये निर्णयों पर की गई कार्यवाही की प्रगति की भी समीक्षा की जाये।
4- जनपद में होने वाली अपराध गोष्ठी के दौरान नागरिक सुरक्षा विभाग का प्रस्तुतिकरण अवश्य कराया जाये, जिससे पुलिस विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को इस विभाग की कार्यप्रणाली एवं उपयोगिता की जानकारी प्राप्त हो सके एवं विभिन्न अवसरांे पर इनका सहयोग लिया जा सके।
5- नागरिक सुरक्षा विभाग को पुलिस मित्र के रूप में विकसित किया जाए व जनपद एवं थाना स्तर पर इस विभाग के अधिकारियो/कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया जाए जिससे ये पुलिस के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर चलें तथा समय-समय पर पूर्ण मनोबल के साथ पुलिस को अपना सहयोग प्रदान कर सकें।
6- नागरिक सुरक्षा विभाग से निम्नांकित कार्यो में सहयोग प्राप्त किया जाये एवं उनका यथोचित सम्मान किया जायेः-
(1) यातायात व्यवस्था के कुशल संचालन।
(2) कम्युनिटी पुलिसिंग।
(3) साम्प्रदायिक परिस्थितियों में साम्प्रदायकि सौहार्द्र।
(4) फुट पेट्रोलिंग के दौरान।
(5) दैवीय आपदा प्रबंधन/गंभीर दुर्घटनाओं इत्यादि।
(6) जनपद में होने वाले वृहद् मेलों/त्यौहारों एवं विभिन्न आयोजनों पर।
(7) डिजिटल वालेंटियर्स के रूप में।
(8) अन्य महत्वपूर्ण प्रकरणों में।
(9) डिजिटल वालेंटियर्स के रूप में।