नई दिल्ली: विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी, रोहित शर्मा सरीखे भारतीय क्रिकेट के बड़े चेहरे कभी भी दुनिया की पेशेवर लीगों में खेलने नहीं उतरे हैं, लेकिन उम्मीद है कि इंग्लैंड में 2020 में शुरू होने वाले 100 गेंदों के टूर्नामेंट में ये दिग्गज अपना पदार्पण कर पाएंगे।
दुनिया के सबसे धनी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अब तक अपने क्रिकेटरों को विदेशी पेशेवर लीगों में खेलने की अनुमति नहीं दी है। भारतीय क्रिकेटर घरेलू आईपीएल टी-20 लीग तक ही अब तक सीमित रहे हैं। हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि वर्ष 2020 में इंग्लैंड में 120 के बजाय 100 गेंदों का टूर्नामेंट शुरू होने जा रहा है जिसमें भारतीय क्रिकेटरों को खेलने की अनुमति दी जाएगी।
ब्रिटिश मीडिया में आई खबर के अनुसार सबसे अमीर भारतीय क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई ने अपने खिलाडिय़ों को विदेशी टी-20 टूर्नामेंटों में खेलने पर बैन लगाया है ताकि उनका आईपीएल टूर्नामेंट का बाजार बना रहे, लेकिन ब्रिटेन में होने वाला टूर्नामेंट ‘हंड्रेड’ अपवाद साबित हो सकता है जिसमें 120 के बजाय 100 गेंदों का मैच होगा।
रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई अपने क्रिकेटरों को 100 गेंदों की पारी वाले इस टूर्नामेंट में खेलने की अनुमति देने पर विचार कर रहा है, इसे लेकिन लंदन की आईपीएल फ्रेंचाइजी को लेकर चल रहे समझौते से जोडक़र देखा जा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार विराट, धोनी और रोहित के अलावा अन्य बड़े भारतीय क्रिकेटर हंड्रेड टूर्नामेंट को लोकप्रिय बनाने में मददगार साबित हो सकते हैं, क्योंकि इसमें इंग्लैंड के टेस्ट खिलाड़ी नहीं खेलेंगे। यह आईपीएल की लंदन फ्रेंचाइजी के लिए भी भविष्य में रास्ता तय करेगा।
इंग्लैंड ने पिछले कुछ वर्षाें में अपने खिलाडिय़ों को आईपीएल में खेलने की अनुमति दी है। आईपीएल में इससे पहले के संस्करणों में इंग्लिश खिलाडिय़ों की मौजूदगी नहीं थी़ लेकिन पिछले कुछ वर्षाें में यह स्थिति बदली है।
बेन स्टोक्स को आईपीएल में लगातार दो नीलामियों में सबसे महंगे खिलाड़ी के तौर पर खरीदा गया है जबकि जोस बटलर ने भी टूर्नामेंट में कमाल का प्रदर्शन किया है और लीग के अहम खिलाडिय़ों में है।
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