देहरादून: देहरादून श्री रविदास कथा का आयोजन देहरादून में कथावाचक रविदासाचार्य सुरेश राठौर द्वारा किया गया। देहरादून में आयोजित हुए इस आयोजन में बड़ी संख्या में पहुंचे भक्तो ने कथा का आनंद लिया कथा का आयोजन गुरु रविदास विश्व महापीठ उत्तराखंड द्वारा देहरादून में किया गया था। जहां बड़ी संख्या में पहुंचे भक्तों ने कथा का रसपान किया कथावाचक रविदासाचार्य सुरेश राठौर ने कथा में बोलते हुए कहा कि गुरु की भक्ति के बिना जीवन में कुछ भी संभव नहीं इसलिए आज के युग में बिना गुरु के कोई भी सन्मार्ग नहीं दिखा सकता उन्होंने काफी संख्या में पहुंचे भक्तों को कथा का रसपान भी करवाया।
ज्ञात हो की बीजेपी से विधायक कथावाचक रविदासाचार्य सुरेश राठौर कथावाचक के रूप में भी धार्मिक मंच के माध्यम से श्री रविदास जी के चिंतन से देश दुनिया को अवगत करवाते आ रहे है उन्होंने बताया की राजनीती के साथ साथ कुछ समय निकाल कर वो जागरूकता को आगे बढ़ा कर लोगो को सामाजिक समरसता की डोर से बांधने का काम कर रहे है। कथा में वाचन करते हुए कहा की श्री रविदास भगवान समाज में समानता के पैरोकार रहे है संत रविदास ने जीवन भर कर्म को ही प्रधानता दी और उनका सूत्रवाक्य की मन चंगा तो कठोती में गंगा आज भी प्रासंगिक है कथावाचक रविदासाचार्य सुरेश राठौर ने कथा में संगत को बताया की ‘तोहि मोहि मोहि तोहि अंतर कैसा’ अर्थात तुम में हूँ मुझ में तुम हो” तो हम सब में अंतर कैसा” हम सब एक सामान है।
कथा शुरू होने से पहले दीप प्रज्वलन स्वामी कृष्णनन्द,प्रेम दास एवं मंच का संचालन संजय सैनी,अनिल सहगल द्वारा किया गया। रविदास कथा में रविदास विश्व महापीठ के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष ह्रदय राम,राष्टीय महामंत्री सूरज भान कटरिया,उत्तराखंड अध्यक्ष अमर सिंह स्वेडिया,अशोक एडवोकेट,महामंत्री अनिल कुमार,तारा देवी,सुषमा राणा,हिमांशु सतरिया,दया राम,किशोर पाल,संजय सैनी,केशव चोधरी सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।