नई दिल्ली: पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में जानकारी दी कि तापी पाइपलाईन के 90 एमएमएससीएमडी की क्षमता के साथ 1814 किलोमीटर लंबी होने का प्रस्ताव है, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 7.6 अरब डॉलर (2008 की पेंसपेन रिपोर्ट) है। ईरान-पाकिस्तान-भारत पाइपलाईन के 2135 किलोमीटर लंबी होने का अनुमान है जिसकी क्षमता 60 एमएमएससीएमडी है और इसकी प्रस्तावित लागत 7 अरब डॉलर से अधिक है।
तापी पाइपलाईन 38 एमएमएससीएमडी गैस की आपूर्ति करेगी जबकि ईरान-पाकिस्तान-भारत पाइपलाईन से भारत को 30 एमएमएससीएमडी गैस की आपूर्ति होगी।
तेल क्षेत्रों में सहयोग के निर्माण के लिए भाग लेने वाले देशों के साथ किसी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं।
तेल एवं गैस अंत: राष्ट्रीय पाइपलाईन परियोजनाओं के निर्माण के लिए बांग्लादेश, म्यांमार, रूस, ईरान और नेपाल समेत देशों के साथ सरकार द्वारा अभी तक किसी भी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं।