नई दिल्ली: एयर इंडिया केंद्र सरकार के गले की फांस बन गई है. दिवालिया होने के कगार पर पहुंच चुकी एयर इंडिया में तमाम कोशिशों के बाद भी सरकार को विमानन कंपनी को कोई खरीदार नहीं मिल रहा है. कंपनी को बेचने की यह योजना अधर में लटकती नजर आ रही है. जेट एयरवेज और इंडिगो पहले ही एयर इंडिया में विनिवेश करने से मना कर चुके हैं.
गुरुवार को एयरलाइन के विनिवेश के लिए प्रस्ताव की समय सीमा समाप्त हो गई मगर कोई बोली लगाने वाला आगे नहीं आए. वित्तीय संकट से जूझ रही एयरलाइन का सरकार विनिवेश करना चाहती है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय के मुताबिक, गुरुवार को शाम पांच बजे तक एयर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया के तहत कोई एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) प्राप्त नहीं हुआ.
मंत्रालय ने एक ट्वीट के जरिए कहा, “सौदे के सलाहकार की ओर से मिली सूचना के अनुसार एयर इंडिया के रणनीतिक विनिवेश के लिए जारी एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट के संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली.”