नई दिल्ली: 28 मई को हुए 3 लोकसभा और 10 विधानसभा उपचुनावों में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दावा किया कि तीन लोकसभा उपचुनावों में से दो सीटों पर बीजेपी की हार के लिए कम मतदान प्रतिशत जिम्मेदार रहा. उन्होंने कहा कि पार्टी बूथ स्तर तक हार के कारणों पर आत्मनिरीक्षण और विश्लेषण करेगी. 28 मई को हुए तीन लोकसभा और 10 विधानसभा उपचुनावों में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था.
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “तीन लोकसभा सीटों में से हमें दो पर हार मिली और एक पर जीत. आम चुनाव और उपचुनाव के बीच यह अंतर है. आम चुनाव में इन तीनों सीटों पर मतदान प्रतिशत 70 फीसदी से ज्यादा था. अब केवल 50 फीसदी रहा. इसलिए मतदान प्रतिशत के कारण विभिन्न नतीजे देखने को मिले.” उन्होंने कहा, “हम एक सोच वाली पार्टी हैं. हम वंशवाद नहीं करते. हम पहले ही बूथ स्तर तक विस्तार से विश्लेषण कर रहे हैं. हम जरूरी कदम उठाएंगे.”
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पिछले चार सालों में 14 राज्यों में जीत दर्ज की है. यह एक उपलब्धि है. अगर हम दो उपचुनाव हारे हैं तो ठीक है. हम विश्लेषण करेंगे. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुल मिलाकर बीजेपी देश में उभरी है, जिसे हालिया नतीजों से नहीं आंका जा सकता. उन्होंने यह स्वीकार करने से इंकार कर दिया कि कुछ राज्यों में विपक्षी एकता केंद्र की सत्ताधारी पार्टी के लिए खतरा बनी है. जावड़ेकर ने दावा किया, “जब हम 2014 में सत्ता में आए थे तो हम छह राज्यों में शासन कर रहे थे. अब हम 20 राज्यों में सत्ता में हैं. यह जीत है.”
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने सीट बरकरार रखी, यहां कोई विपक्षी एकता नहीं है. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी साथ आ गए. यह राजनीति में होता रहता है. यह बीजेपी के लिए खतरा नहीं है. (इनपुट आईएएनएस से)