लखनऊ: मौलाना कलबे जवाद नकवी के मकान पर आलिमों की एक बैठक हुई जिसमें मौजूदा हालात पर विचार कया गया ।मीटिंनग में उलमा ने सर्वसम्मति से तय किया कि जल्द ही आलिमों का एक प्रतिनिधिमंडल मुलायम सिंह यादव से दिल्ली में मुलाकात करेगा इस मुलाकात में उनसे दर पेश सभी मसाएल पर चर्चा होगी और लोगों पर हो रहे उत्पीड़न और हमारे अधिकारों से लगातार होरी अन देखी पर बात होगी, आलिमों के इस प्रतिनिधिमंडल में उत्तर प्रदेश के साथ पूरे भारत का प्रतिनिधित्व होगा।
उलमा ने तय किया कि उत्तर प्रदेश और पुरे भारत के प्रतिनिधि उलमा एक बार समाजवादी प्रमुख से मुलाकात कर तमाम मसाएल और मांगों के संबंध में बातचीत करें। उलमा ने कहा अगर मुलाायम सिंह यादव से बातचीत असफल होती है तो दिल्ली मै उलमा उन्के अवास पर धरना देंगें। और लखनऊ से बार बार उलमा अपनी गिरफ्तारियां पेश करेंगे।
बैठक में मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद नकवी ने कहा कि 27 जुलाई को शाही मस्जिद में कोई विरोध प्रदर्शन नहीं था बल्कि मस्जिद के अंदर सभा थी जिसके लिए प्रशासन ने धारा 144लागू की और 14 रोड डाईवरट किए जिसकी वजह से पूरा शहर जाम हुआ । प्रशासन के कारण ऐसा हुआ वरना हमारी सभा शांतिपूर्ण थी, आज तक हमारी कोई सभा या विरोध शांति भगं करने के लिए नहीं हुआ। हम सिर्फ मस्जिद में नमाज पढने जा रहे थे जहां पुलिस ने नमजियों को मस्जिद में जाने से रोका और महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को वहशी दरिंदों की तरह मारा ।मौलाना ने कहा कि आज जो भी स्थिति है वह प्रशासन की वजह से हैं ।बचों और महिलाओं के सिर पर इस तरह लाठियां मारी गईं जैसे उनकी हत्या करना चाहते हैं यह अत्याचार की हद हे।
उलमा ने बैठक में कहा कि इस आंदोलन का वही मौलवी विरोध कर रहे हैं जिनके वक्फ जमीनों पर अवैध कब्जे हैं या वे प्रशासन के पुराने एजेंट ह।ैं मौलाना ने जनता से अपील की आज से छतों से नारा प्रसार और मातम ना कया जाए अभी उसे अस्थायी तौर पर रोक दया जाए क्योंकि यह एक सप्ताह से हो रहा है अगर आीनदा ऐसे हालात पेश आते हैं तो फिर मातम करने की घोषणा होगा।