देहरादून: प्रदेश के श्रम, सेवायोजन, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, एम.एस.एम.ई., खादी एवं ग्रामोद्योग, दुग्ध विकास विभाग मंत्री उत्तराखण्ड सरकार, हरीश चन्द्र दुर्गापाल ने आज विधान सभा स्थित सभागार में मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन में गंगा, गाय महिला डेरी योजना के अन्तर्गत राज्य दुग्ध समितियों की पात्र महिला लाभार्थियों को गायों के वितरण के सम्बन्ध में कार्य योजना तैयार करते हुए एक बैठक आहुत की गयी।
बैठक में उन्होंने उत्तराखण्ड सहकारी डेरी फैडरेशन एवं डेरी विकास विभाग के अधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री एवं उनकी अपेक्षा के अनुरूप श्वेत क्रान्ती(दुग्ध उत्पादन) के क्षेत्र में एक वृहद योजना तैयार की जाय। जिससे पहाड़ एवं मैदानी क्षेत्र की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ते हुए दुग्ध सहकारी समितियों की पात्र महिला सदस्यों को कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर गंगा गाय महिला डेरी योजना के अन्तर्गत 600 अच्छी शंकर नस्ल की दुधारू गायों का वितरण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि स्वयं मुख्यमंत्री 5 सितम्बर, 2015(कृष्ण जन्माष्टमी) के अवसर पर देहरादून से इसका शुभारम्भ एवं वितरण समारोह सादगी के साथ करेंगे। जिसमें प्रत्येक जनपद में चयनित महिला लाभार्थियों में से 5-5 महिलाओं को क्रास ब्रीड दुधारू गायें तथा शेष चयनित महिलाओं को गायें क्रय हेतु चैक वितरित किये जायें। इसके साथ ही प्रदेश के प्रत्येक जनपद में इसका शुभारम्भ 5 सितम्बर को सम्बन्धित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के माध्यम से कराया जाय। उन्होंने कहा कि उक्त कार्य क्रम क्षेत्र के विधायकों के साथ-साथ उस क्षेत्र के जिला पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य, जनपद के प्रभारी मंत्री ब्लाॅक प्रमुखों एवं जनप्रतिनिधियों तथा प्रमुख दुग्ध संघ के अध्यक्ष एंव दुग्ध उत्पादकों को भी आमत्रिंत करने के निर्देश उन्होंने अधिकारियों को दिये।
उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा संचालित गंगा गाय महिला डेरी योजनान्गर्त दुग्ध सहकारी समितियों की महिला सदस्यों को दुधारू गाय खरिदने के लिए 20,000 हजार बैंक ऋण के साथ 27,000 का अनुदान भी उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वित्तिय वर्ष 2015-16 में कुल 4285 महिला सदस्यों को लाभान्वित किया जाय।
बैठक में उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के आॅंचल ब्राण्ड की मार्केटिंग हेतु कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर शहरी क्षेत्रों के लिये ई-रिक्सा बैटरी चलित वाहन जिसमें आॅचल ब्राण्ड का दूध के पैकेटों का वितरण कर विक्री की जायेगी। इसके साथ ही दुग्ध एवं दुग्ध पदार्थों के डोर टू डोर विक्रय हेतु जन्माष्टमी के अवसर पर पर्वतीय जनपदों में 6 मूवेबल लूज मिल्क वैण्ंिडग मशीन को हरी झण्डी दिखाकर विभिन्न जनपदों में भेजा जायेगा।
बैठक में प्रमुख सचिव डेरी रणवीर सिंह ने अवगत कराया कि गंगा गाय महिला डेरी योजना व दुग्ध मूल्य प्रोत्सहान योजन संचालित होनेे के फलस्वरूप विगत वर्ष के सांपेक्ष 20,000 हजार लीटर प्रतिदिन दुग्ध उपार्जन में वृद्धि प्राप्त हुई है।