नई दिल्ली: केन्द्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह चौथे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर आज लखनऊ में योग दिवस गतिविधियों में शामिल हुए। लोगों को संबोधित करते हुए श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि योग को सार्वभौमिक रूप से स्वीकार किया गया है और योग दिवस पूरी दुनिया में उत्सव की तरह मनाया जा रहा है। इसका श्रेय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि योग किसी धर्म से जुड़ा हुआ नहीं है और इसे सब लोग स्वीकार कर रहे हैं। गृहराज्य मंत्री श्री हंसराज गंगाराज अहीर तेलंगाना के मेडचल जिले में योग दिवस समारोह में शामिल हुए।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आज केन्द्रीय गृह मंत्रालय तथा केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों द्वारा विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की टुकड़ियों ने देश के विभिन्न स्थानों पर आयोजित चौथे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में भाग लिया। हिमालय की सीमाओं पर तैनात बल के जवान ऊंचाई पर योग गतिविधियों में शामिल हुए। लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम तथा अरुणाचल प्रदेश की विभिन्न इकाइयां, महिला कर्मियों और उनके परिजनों के साथ योग सत्र में शामिल हुईं। लद्दाख क्षेत्र में 18 हजार फीट की ऊंचाई पर 30 हजार जवानों ने योगाभ्यास किया। इसके अतिरिक्त देश के 28 शहरों में आयोजित योगाभ्यास में आईटीबीटी के जवान शामिल हुए। आईटीबीटी के जवान देहरादून में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के साथ योगाभ्यास में शामिल हुए। आईटीबीटी देहरादून, चंडीगढ़ और ईटानगंर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस आयोजित करने के लिए नोडल एजेंसी थी। छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी कार्रवाई में तैनात आईटीबीटी की टुकड़ियों ने भी योगाभ्यास में भाग लिया। नई दिल्ली के टिगरी परिसर में आईटीबीटी की 22वीं बटालियन आज आयोजित योगाभ्यास में आईटीबीटी मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी और जवान अपने परिवारों के साथ शामिल हुए।
ब्लैक कैट कहे जाने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) ने आज मानेसर (गुरुग्राम), नई दिल्ली मुख्यालय तथा मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता और गांधीनगर के पांच क्षेत्रीय केन्द्रों में योग सत्र का आयोजन किया। योग सत्र में अधिकारियों और उनके परिजनों सहित 2600 ब्लैक कैट कमांडो शामिल हुए। बल के महानिदेशक श्री सुदीप लखटकिया मानेसर में आयोजित योगाभ्यास कार्यक्रम में शामिल हुए और लोगों को नियमित जीवन के रूप में योग को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने आज पूरे देश में योग दिवस मनाया। इसका उद्देश्य कर्मियों को तनावमुक्त बनाना और उनमें योग के प्रति जागरूकता लाना है। इस अवसर पर एनडीआरएफ ने नई दिल्ली के नेहरू पार्क में योग और ध्यान सत्र का आयोजन किया, जिसमें कर्मियों ने योगासन और प्राणायाम किया।
एनडीआरएफ के महानिदेशक ने सभी बटालियनों को नियमित रूप से योग सत्र आयोजित करने का निर्देश दिया और बताया कि योग किस प्रकार बलकर्मियों को लाभ पहुंचा सकता है। एनडीआरएफ जीवन के लिए खतरनाक परिस्थितियों में बचाव कार्य करते हैं और उन्हें विभिन्न प्रकार की मानव-त्रासदियों से रू-ब-रू होना पड़ता है। वे अत्यधिक तनाव का सामना करते हैं। यदि एनडीआरएप कर्मी सिर्फ कुछ मिनटों के लिए योगाभ्यास करते हैं तो उन्हें तनाव-मुक्त होने में बहुत मदद मिलेगी। योगाभ्यास से संतुलन, धीरज, लचीलापन व शक्ति में सुधार होता है। ध्यान लगाने से दिमाग तेज होता है, तनाव तथा चिंता से मुक्ति मिलती है और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है। यह स्वस्थ शरीर व स्वस्थ दिमाग बनाए रखने में मदद करता है।
केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने सभी 343 इकाइयों और 74 प्रकोष्ठों में योग दिवस मनाया। इसके अंतर्गत पूरे देश के प्रशिक्षण संस्थान, आरक्षित बटालियन, क्षेत्रीय कार्यालय व मुख्यालय शामिल थे। देहरादून और हरिद्वार इकाइयों ने देहरादून (उत्तराखंड) में एक विशाल योग प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया। सीआईएसएफ के 1000 कर्मियों ने राजपथ, नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय योद दिवस समारोह में भाग लिया। योग प्रदर्शन के पहले डीएमआरसी के सीआईएसएफ महिला कर्मियों ने फिलीपींस के मार्शल आर्ट ‘पेकिटी-तिरसिया-काली’ का प्रदर्शन किया। उपस्थित जनसमूह ने सीआईएसएफ की महिलाकर्मियों के मार्शल आर्ट प्रदर्शन की सराहना की। लालकिले पर 2000 सीएपीएफ महिलाकर्मियों ने योग प्रदर्शन किया। इसमें सीआईएसएफ की 600 महिलाकर्मी शामिल थीं। इस प्रदर्शन के लिए मुंबई और हैदराबाद के लिए सीआईएसएफ को अन्य केन्द्रीय बलों के संदर्भ में नोडल बल नियुक्त किया गया था। 1000 केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस कर्मियों ने प्रत्येक स्थान पर योग प्रदर्शन में भाग लिया। नई दिल्ली स्थित सीआईएसएफ के मुख्यालय में भी योग सत्र का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सीआईएसएफ के महानिदेशक श्री राजेश रंजन, बल के उच्चाधिकारियों तथा सीआईएसएफ कर्मियों ने भाग लिया।
आज सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पूरे उत्साह के साथ योग दिवस मनाया। पूरे देश में बीएसएफ की इकाइयों ने योग सत्र आयोजित किए गए। बीएसएफ ने शारीरिक प्रशिक्षण सत्र में ‘योग क्रिया’ को शामिल किया है। योग मानसिक व शारीरिक चुनौतियों से निपटने का सबसे प्राचीन अभ्यास है। अधिकांश सैन्यकर्मी योग का जीवन पद्धति के रूप में अभ्यास करते हैं। बीएसएफ ने निजामुद्दीन, नई दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। दिल्ली के विभिन्न स्थलों पर बल के योग विशेषज्ञों ने योग सत्र का संचालन किया। लगभग 4000 बलकर्मियों ने उत्साह के साथ इस सत्र में भाग लिया। इस कार्यक्रम में सुरक्षाबल के उच्च अधिकारी तथा प्रहरियों के परिजन शामिल हुए। बीएसएफ ने चार राज्यों की राजधानियों में – कोलकाता, अगरतल्ला, अहमदाबाद और बंगलूरू – योग प्रदर्शन आयोजित किया। सीमा सुरक्षाबल ने अब तक 9,172 योग प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण दिया है। इनमें ईशा फाउंडेशन, पतंजलि योगपीठ, मुरारजी देसाई राष्ट्रीय वैदिक विज्ञान व प्रौद्योगिकी संस्थान तथा विवेकानंद योग शोध संस्थान जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रशिक्षक शामिल हैं। अब ये प्रशिक्षण विशेषज्ञ सुरक्षा बलों की शक्ति को बेहतर बनाने के लिए योग पाठ्यक्रमों का संचालन करते हैं।