लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाल्मीकि समाज के कल्याण के लिए कई घोषणाएं कीं। वाल्मीकि समाज के प्रतिनिधिमण्डल से मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि जिन स्वच्छकारों ने हाथ से मैला उठाने का काम छोड़ दिया है उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरियों दी जाएगी। साथ ही पूरे प्रदेश में महर्षि वाल्मीकि के मंदिरों को सरकार संवारेगी।
कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री डा. लालजी प्रसाद निर्मल के नेतृत्व में वाल्मीकि समाज के दो दर्जन से अधिक जनपदीय प्रतिनिधियों से मुलाकात के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत प्राथमिकता के आधार पर वाल्मीकि समाज के लोगों को शहरी और ग्रामीण इलाके में आवास एवं शौचालय दिये जाएंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि वाल्मीकि समाज के लोग बच्चों को स्कूल भेजें। यदि किसी तरह की कठिनाई आए तो सरकार उनके पठन-पाठन की व्यवस्था करेगी। हाथ से मैला उठाने के पेशे में लगे स्वच्छकारों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिए मुख्यमंत्री ने इनका सही चिन्हांकन करवाते हुए सम्बंधित आंकड़े उपलब्ध कराने के निर्देश डा.लालजी प्रसाद निर्मल को दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि उत्तर प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन कार्यालयों में वाल्मीकि समाज के प्रत्येक श्रमिक का पंजीकरण करवाएं एवं असुविधा होने पर मुख्यमंत्री कार्यालय को अवगत करवाएं।
मुख्यमंत्री आवास पर ही इस प्रतिनिधिमण्डल की श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य से भी भेंट हुई। श्री मौर्य ने बताया के मुख्यमंत्री के निर्देश पर उनका विभाग निर्माण कार्यों में लगे कामगारों के कल्याण बोर्ड की ही तरह एक अन्य बोर्ड के गठन पर काम कर रहा है। जल्द ही यह बोर्ड गठित हो जाएगा जिसके जरिये सफाई, चमड़ा आदि परम्परागत पेशों में लगे कामगारों का पंजीकरण करवाते हुए उनका भी कल्याण किया जाएगा। मुख्यमंत्री से मिलने वालों में डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल, राष्ट्रीय वाल्मीकि समाज के अध्यक्ष राजेश कुमार विद्यार्थी एडवोकेट, राजू प्रधान, अरविंद लाल, मोना भारती आदि शामिल रहे।