देहरादून: शुक्रवार को बीजापुर हाउस में केरल विधानसभा की सोशल सर्विस अध्ययन दल ने मुख्यमंत्री हरीश रावत से भेंट की। इस अवसर पर उत्तराखण्ड व केरल दोनों राज्यों में सामाजिक सेवाओं की स्थिति पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री श्री रावत ने केरल के अध्ययन दल का उत्तराखण्ड आने पर स्वागत किया।
उन्होंने बताया कि राज्य में अनुसचित जनजातियां दुर्गम क्षेत्रों में निवास करती हैं परंतु उनमें शिक्षा का उच्च स्तर है। अन्य राज्यों की तुलना में यहा जनजातियों की स्थिति बेहतर है। वन पंचायतों के बारे में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के जंगलों की रक्षा में वनपंचायतों की महत्वपूर्ण भूमिका है। वनपंचायतों के माध्यम से वनों की रक्षा में स्थानीय सहभागिता तय की गई है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने अध्ययन दल के सदस्यों को गंगाजल भेंट किया। केरल विधानसभा के अध्ययन दल ने मुख्यमंत्री को केरल आने के लिए आमंत्रित किया। दल में केरल के विधायक मोन्स जुसेफ, पुरूशन काडालडी, केएस सलीखा सहित दल के अन्य सदस्य, उत्तराखण्ड के अपर मुख्य सचिव एस राजू व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।