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एफएमसीजी क्षेत्र में कदम रखने के बाद बैद्यनाथ की उत्तर प्रदेश में लखनउ समेत देश के विभिन्न हिस्सों में और भी स्टोर खोलने की योजना

उत्तराखंड

हरिद्वार: आयुर्वेदिक ज्ञान के क्षेत्र में सौ साल से विश्वसनीय तथा 700 फार्मूलेशन के अपने पोर्टफोलियो के साथ आयुर्वेदिक उत्पादों के सबसे बड़े निर्माता बैद्यनाथ नेचुरल, ऑर्गेनिक तथा आयुर्वेदिक उत्पादों के प्रति उपभोक्ताओं के बढ़ते रुझान को समझते हुए और साथ ही साथ युवाओं की वरीयताओं की पूर्ति के लिए हेल्थ से जुड़े एफएमसीजी उत्पादों के बाजार में कदम रखा है।

बैद्यनाथ आयुर्वेद की स्थापना वर्ष 1917 में हुई थी और इनसे हाल ही में 100 वर्ष पूरे किए हैं। कंपनी ने आधुनिक शोध तथा निर्माण तकनीकों का समावेश कर पुरातन ज्ञान को पुनः स्थापित किया है। अब यह कंपनी आयुर्वेद श्रेणी में नेचुरल जूस , प्राकृतिक टूथपेस्ट- आयुदंत गुलाब की पंखुड़ियों से बना मीठा “गुुलकंद” और प्राकृतिक जड़ी बूटियों से बने पेय के साथ एफएमसीजी मार्केट में कदम रखा है । ैं। ये सभी उत्पाद रिटेल ऑउटलेट्स में उपलब्ध होंगे।

बैद्यनाथ आयुर्वेद ने हाल हर में राजधानी दिल्ली में अपना पहला ,क्सक्लूसिव रिटेल स्टोर ‘आयुर्वेदांत’ खोला और इस वर्प के अतं तक करीब 14 से 20  और स्टोर खोलेगी जिसमें उत्तर प्रदेश के लखनउ , मेरठ और सहारनपुर  समेत देश के विभिन्न हिस्सों में और भी स्टोर खोलने की योजना

श्री अनुराग शर्मा, कार्यकारी निद्शक, बैद्यनाथ आयुर्वेद ने कहा, ”आज 700 फार्मूलेशंस के साथ बैद्यनाथ आयुर्वेद उत्पादों की एक बड़ी रेंज तैयार कर रहा है जिन्हें 1,00,000 से ज्यादा रिटेल ऑउटलेट्स में बेचा जाता है और यह 50,000 से ज्यादा प्रैक्टीशनर्स की जरूरतों को पूरा कर रहा है। दशकों के अनुभव, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चरल सुविधाओं, विश्वस्तरीय तकनीक और गुणवत्तापूर्ण मानव संसाधनों के साथ कंपनी इस काम को अंजाम दे रही है। नेचुरल ऑर्गेनिक तथा आयुर्वेदिक उत्पादों के प्रति उपभोक्ताओं की पसंद और युवाओं के बढ़ते रुझान को देखते हुए हमने सेहत को लाभ पहुंचाने वाले उत्पादों के साथ एफएमसीजी मार्केट में उतरने का फैसला किया है। हेल्थ से जुड़े एफएमसीजी उत्पादों के बाजार में कदम के लिए पूरी तरह से तैयार है।”

श्री शर्मा ने कहा, ” कंपनी के पास कई तरह के उत्पादों की रेंज है जिसमें एलोवेरा, आंवला, अश्वगंधा, ब्राह्मी तथा गारसीनिया से प्रमुख रूप से निकलने वाले सीरप, तेल और कैप्सूल हैं। ये खांसी और कफ से लेकर शुगर तथा पाचन क्रिया संबंधी रोगों के निदान तथा स्किन तथा बालों से जुड़ी समस्याओं में कारगर हैं।”

श्री शर्मा ने कहा, ” हम नेचुरल उम्पादो  के साथ एफएमसीजी मार्केट में कदम रख रहे हैं । इन उम्पादो  के अलावा हम ओरल हेल्थ केयर, पर्सनल हाइजीन और स्किन केयर पर्डोक्ट भी जल्द लेकर आ रहे हैं।”

श्री शर्मा ने कहा, ” आयुर्वेद काफी पुरानी पद्धत्ति है और इसे हमारे पूर्वज जीवन की हर समस्या के निदान के लिए इस्तेमाल में लाते रहे हैं। अब 21 सदी में भी आयुर्वेद को इस्तामल में लाया जा रहा है लेकिन इसके कई नए बदलाव और प्रयोग किए गए हैं। आयुर्वेद कंपनियों के अलावा एफएमसीजी कंपनियां आयुर्वेद उत्पाद पेश कर रही हैं। इससे न केवल बाजार में विस्तार हुआ है बल्कि उपभोक्ताओं को अपनी जड़ों से एक नए तरीके से जुड़ने का मौका मिला है।”

श्री शर्मा ने कहा, “भारत में आयुर्वेद और हर्बल के साथ नेचुरल केयर सेगमेंट का आकार लगभग 40,000 से 45,000 करोड़ के बीच है। बाजार के 25 फीसदी हिस्से (लगभग 10,000 करोड़) में मेडिकल या हेल्थकेयर उत्पाद आते हैं। आयुर्वेद एक उद्योग है जो काफी तेज गति से आगे बढ़े रहा है, भारतीय आयुर्वेदिक उत्पादों पर टेकसाइ रिसर्च के मुताबिक यह बाजार वर्ष 2021 तक 1.1 अरब अमेरिकी डॉलर तक बढ़ जाएगा। उत्पादों और सेवाओं की ऑनलाइन उपलब्धता इसके विकास में और योगदान देगी चूंकि उपभोक्ता इन उत्पादों तक आसान पहुंच बना सकेंगे। हमने अमेजन समेत कई ई कॉमर्स बेवसाइस के द्वारा ऑनलाइन सेल्स चैनल्स के माध्यम से अपने उत्पादों को बेचना शुरू किया है।“

उन्होंने कहा, बैद्यनाथ के भारत में स्किन, बेयरस बॉडी केयर, मसाज ऑयल, फेस क्लींजर के लिए बहेतरीन ऑर्गेनिक तथा नेचुरल आयुर्वेद ब्यूटी कॉस्मेटिक प्रोडक्ट खरीदने का वन स्टॉप ऑनलाइन आयुर्वेदिक स्टोर मंत्रा हर्बल मौजूद है। एफएमसीजी प्रोडक्ट मार्केट में कदम रखने से हमें उम्मीद है कि अपने प्रीमियम हेल्थकेयर प्रोडक्ट जिनमें जूस, कैप्सूल और ऑयल्स शामिल हैं, की बिक्री में 20 से 25 फीसदी तक वृद्धि हासिल हो सकती है।”

श्री शर्मा ने कहा, “भारत में बैद्यनाथ के उत्पादों के अलावा हमारे पास विदेशी बाजारों में भी काफी बड़ी मौजूदगी  है और आज हमारे उत्पाद पूरी दुनिया में 70 से ज्यादा देशों में उपलब्ध हैं। हमारा ब्रांड मध्य-पूर्व, सार्क देशों, अफ्रीका, यूएस, यूरोप तथा रशिया में स्वीकार्य है और काफी लोकप्रिय है। हम निकट भविष्य में अपने नेचुरल जूस भी एक्सपोर्ट करने की योजना बना रहे हैं।”

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