लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि हमारी प्रगति और विकास के लिए स्वास्थ्य एवं शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका है। समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने की अत्यन्त आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य से सम्बन्धित कुछ महत्वपूर्ण बिन्दु जिनकी जानकारी हम सब को होनी चाहिए, उन्हें यदि शिक्षा पाठ्यक्रमों में सम्मिलित कर दिया जाए तो इससे समाज में काफी बदलाव लाया जा सकता है और रोगों की जकड़ में आने से पहले ही लोगों को उनके रोकथाम के तरीकों से वाकिफ कराया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने यह विचार आज अपने सरकारी आवास पर समाजसेवी संस्था ‘होप इनीशिएटिव’ द्वारा तैयार की गई पुस्तक ‘हम और हमारा स्वास्थ्य’ के पुनर्विमोचन कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए। यह पुस्तक स्कूलों तथा छात्रों के जरिए समाज में जन स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार की गई है। एक स्वस्थ्य एवं सभ्य समाज के निर्माण के लिए यह जरूरी है कि सभी लोग अपने जीवन, सेहत और आस-पास के वातावरण के प्रति जागरूक बनें और रोगों के प्रति सचेत रहें। अच्छे और स्वस्थ्य वातावरण के निर्माण के लिए यह आवश्यक है कि हम सार्वजनिक जीवन के तौर-तरीके और मर्यादाओं को समझें।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार बच्चों में अपने जीवन एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने की लगातार कोशिश कर रही है। इसके मद्देनजर राज्य सरकार ने माध्यमिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत चलने वाले स्कूलों के पाठ्यक्रम में इस पुस्तक को शामिल किया है। इसके अलावा बेसिक शिक्षा विभाग, परिषदीय एवं सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों के पुस्तकालयों में भी अध्यापकों एवं छात्रों के उपयोग के लिए इस पुस्तक को रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने पुस्तक की विषय-वस्तु पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस किताब में सफाई की जरूरत, पोषण और स्वास्थ्य, स्वस्थ जीवन शैली, संतुलित एवं स्वस्थ आहार, कुपोषण से बचाव आदि के बारे में बढि़या जानकारी दी गई है। हेपेटाईटिस, मच्छरों से होने वाली तमाम बीमारियों के बारे में भी पुस्तक में जानकारी दी गई है। स्वास्थ्य एवं रोगों के बारे में जानकारी से उनसे बचाव आसान हो जाता है और यदि बीमारी हो जाए तो इलाज में होने वाला खर्च कम हो जाता है।
श्री यादव ने कहा कि पुस्तक में पर्यावरण के बारे में भी विस्तार से बताया गया है, जिसमें ग्लोबल वाॅर्मिंग, रासायनिक खाद से होने वाले खतरे, पर्यावरण संरक्षण, वैकल्पिक ऊर्जा जैसे विषय शामिल हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ये पुस्तक राज्य सरकार के ‘क्लीन यू0पी0, ग्रीन यू0पी0’ के संकल्प में उपयोगी भूमिका निभाएगी। पुस्तक में सड़क सुरक्षा के बारे में भी काफी गहन चर्चा की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परीक्षा के दौरान होने वाले तनाव तथा स्कूल में दबंगई जैसे विद्यार्थियों के लिए उपयोगी विषय भी पुस्तक में शामिल किए गए हैं। इन सब विषयों पर इस किताब में दी गई जानकारी छात्र-छात्राओं के साथ-साथ सभी के लिए काफी उपयोगी है। विकसित देशों में स्कूलों में स्वास्थ्य सम्बन्धी कार्यक्रम संचालित होते हैं। भारत जैसे विकासशील देश में इस पुस्तक के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार ने महत्वपूर्ण पहल की है।
श्री यादव ने कहा कि यह पुस्तक विद्यार्थियों में जागरूकता पैदा करने के साथ-साथ रोगों से बचाव, मनोवैज्ञानिक दबाव एवं हिंसा तथा सड़क सुरक्षा आदि के बारे में भी जागरूक बनाएगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रदेश सरकार का यह कदम विद्यार्थियों और उनके परिवारों की बेहतरी के लिए उठाया गया महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने फैसला किया है कि इस पुस्तक की साॅफ्ट काॅपी निःशुल्क वितरित किये गये लैपटाॅप में भी उपलब्ध करायी जाए। जिससे ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में विद्यार्थी अपने जीवन, स्वास्थ्य एवं वातावरण के प्रति जागरूक होकर बेहतर नागरिक बन सकें।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही स्वास्थ्य सेवाओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि राज्य में सभी को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। सरकारी अस्पतालों में विभिन्न प्रकार की जांचें मुफ्त की जा रही हैं। ‘108’ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा तथा ‘102’ नेशनल एम्बुलेंस सर्विस के अंतर्गत रोगियों को निःशुल्क एम्बुलेंस उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिसका लाभ गरीबों को और सुदूर क्षेत्र के निवासियों को बड़े पैमाने पर मिल रहा है। अस्पतालों में निःशुल्क दवाइयां वितरित की जा रही हैं और गरीबों को हुए असाध्य रोगों का इलाज भी सरकार द्वारा करवाया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने 9 अगस्त, 1942 को महात्मा गांधी द्वारा मुम्बई में भारत छोड़ो आन्दोलन पर दिए गए नारे ‘अंग्रजों भारत छोड़ो’ को भी याद किया। उन्होंने कहा कि उस पावन दिन की स्मृति में आज हमें अपने जीवन में अच्छाइयां और सकारात्मकता अपनाने और बुराइयां तथा नकारात्मकता छोड़ने का संकल्प लेना चाहिए।