लखनऊ: उ0प्र0 पुलिस अकादमी मुरादाबाद में दिनांक 29-06-2018 एवं 30-06-2018 को उत्तर प्रदेश पुलिस में प्रान्तीय पुलिस सेवा (सम्प्रति भारतीय पुलिस सेवा में प्रोन्नत) के 30 वर्ष या उससे अधिक वर्ष पूर्व इस संस्था में प्रशिक्षित सेवारत अधिकारियों की प्रथम री-यूनियन सेमीनार का आयोजन किया गया। इस री-यूनियन सेमीनार की थीम ‘‘महिलाओं के विरूद्ध अपराध: समस्या एवं समाधान‘‘ रखी गयी थी। इस सेमीनार को दिनांक 30-06-2018 को श्री ओ0पी0 सिंह, पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित किया गया। इस सेमीनार में कुल 25 अधिकारियोें को सपरिवार आमंत्रित किया गया था, जिनमें से 13 अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया तथा 8 अधिकारियों की पत्नी भी उपस्थित हुई।
सेमीनार में उपस्थित हुए समस्त प्रतिभागी अधिकारियों के 03 सिंडीकेट ग्रुप बनाये गये। प्रथम गु्रप में श्री अजय मोहन शर्मा पुलिस उपमहानिरीक्षक पी0ए0सी0 सेक्टर मेरठ, श्री अनिल कुमार राय पुलिस उप महानिरीक्षक देवीपाठन परिक्षेत्र गोण्डा, श्री कविन्द्र प्रताप सिंह पुलिस उपमहानिरीक्षक कुम्भमेला, इलाहाबाद, श्री विनय कुमार यादव पुलिस अधीक्षक सीबीसीआईडी उ0प्र0 लखनऊ द्वितीय गु्रप में श्री ज्ञानेश्वर तिवारी पुलिस उप महानिरीक्षक पीटीसी सीतापुर, श्री विजय भूषण पुलिस उप महानिरीक्षक आजमगढ़ परिक्षेत्र आजमगढ़, श्री उमेश कुमार श्रीवास्तव पुलिस उप महानिरीक्षक कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवायें उ0प्र0 लखनऊ, श्री राकेश शंकर पुलिस उप महानिरीक्षक बस्ती परिक्षेत्र बस्ती एवं तृतीय गु्रप में श्री ओंकार सिंह पुलिस उप महानिरीक्षक फैजाबाद परिक्षेत्र फैजाबाद, श्री शरद सचान पुलिस उप महानिरीक्षक सहारनपुर परिक्षेत्र सहारनपुर, श्री सुभाष सिंह बघेल पुलिस उप महानिरीक्षक झाॅसी परिक्षेत्र झाॅसी, श्री रतनकान्त पाण्डेय पुलिस उपमहानिरीक्षक सुरक्षा उ0प्र0 लखनऊ, श्री पीयूष श्रीवास्तव पुलिस उप महानिरीक्षक मीरजापुर परिक्षेत्र मीरजापुर को रखा गया।
प्रत्येक गु्रप द्वारा री-यूनियन सेमीनार के दौरान थीम विषय पर अपना-अपना प्रिजेन्टेशन का प्रस्तुतीकरण किया गया। साथ ही सभी गु्रप के अधिकारियों द्वारा आपस में एक दूसरे के साथ अपने अनुभवों को साझा किया गया तथा भविष्य में महिलाओं के विरूद्ध अपराधों के सन्दर्भ में क्या-क्या सुधार किये जा सकते हैं, इस सम्बन्ध में अपने-अपने सुझाव दिये गये। दिये गये सुझाव निम्न प्रकार है:-
- प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज होने के उपरान्त आरोप पत्र शीघ्र न्यायालय भेजा जाये।
- थाने पर काजलिस्ट का समुचित रखरखाव एवं मुकदमों की समुचित पैरवी की जाये।
- मा0 न्यायालय में अधिक से अधिक मुकदमों में सजा करायी जाये।
- विवेचनाओं में सुधार पर जोर दिया जाये।
- रेंज कार्यालय पर महिला सम्बन्धी अपराधों की क्षेत्राधिकारी एवं थाने पर लम्बित आरोप पत्रों की सूचना संकलित कर उसकी समीक्षा की जाये।
- माॅनीटरिंग सैल में उक्त बिन्दुओं को उठाया जाये।
- धारा 363/366/376 भा0द0वि0 की पीड़ित महिला का मेडिकल कराने में कई दिन लग जाते हैं तब तक पीड़िता को कहा रखा जाये, इसकी कोई समुचित व्यवस्था की जाये।
- धारा 164 द0प्र0सं0 के बयान में 07 दिवस तक का समय लग रहा है, इसमें सुधार अपेक्षित है।
- कासिम बनाम स्टेट आॅफ यू0पी0 में मा0 न्यायालय द्वारा पारित आदेश के 13 बिन्दुओं का अनुपालन कराया जाये।
- महिला की प्रथम सूचना रिपोर्ट महिला पुलिस कर्मियों द्वारा लिखी जाये।
- महिला चैपाल लगाकर महिलाओं को विभिन्न कानूनों एवं उनके अधिकारों के बारे में जानकारी प्रदान की जाये।
- महिलाओं की समस्याऐं एवं समाधान बिन्दु के अन्तर्गत शिक्षा एवं जागरूकता, बाल विवाह, प्रशिक्षण, काउन्सिलिंग सेन्टर, लीगल क्लीनिक, यू0पी0 पुलिस वेबसाइट, विकल्प पोर्टल, रानी लक्ष्मीबाई सम्मान कोष, रानी लक्ष्मीबाई आशा ज्योति केन्द्र, 181 महिला हेल्प लाइन (102, 108,100 व 1090), एन्टी रोमियो स्क्वाड, महिला सम्मान प्रकोष्ठ, महिला हेल्प लाइन, के्रक कमाण्डो टीम, पाॅवर एंजिल के प्रचार प्रसार एवं उपलब्धता पर जोर दिये जाने की आवश्यकता है।
उक्त प्रथम री-यूनियन सेमीनार में पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश के साथ-साथ श्री गोपाल गुप्ता पुलिस महानिदेशक (प्रशिक्षण), उत्तर प्रदेश, श्री हरिराम शर्मा अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन उ0प्र0 लखनऊ, श्री एस0के0 गुप्ता अपर पुलिस महानिदेशक/निदेशक उ0प्र0 पुलिस अकादमी मुरादाबाद, श्री ब्रजराज मीना अपर पुलिस महानिदेशक पी0टी0सी0 मुरादाबाद, श्री प्रेम प्रकाश अपर पुलिस महानिदेशक बरेली जोन, श्री बिनोद कुमार सिंह पुलिस महानिरीक्षक मुरादाबाद परिक्षेत्र, श्री एल0वी0एन्टनी देवकुमार पुलिस महानिरीक्षक पी0टी0एस0 मुरादाबाद, श्री अमित चन्द्रा पुलिस महानिरीक्षक पश्चिमी जोन पीएसी मुरादाबाद, श्री जे0 रविन्द्र गौड़ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुरादाबाद व अन्य जनपदों के पुलिस अधीक्षक एवं मुरादाबाद स्थित सभी वाहिनियों के सेनानायक एवं अन्य पुलिस अधिकारी भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर श्री ओ0पी0 सिंह पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश द्वारा कार्यक्रम की सराहना करते हुए अपने सम्बोधन में महिलाओं के विरूद्ध अपराधों में कमी लाने केे लिए विचार प्रकट किये गये। उन्होंने श्री राकेश शंकर, पुलिस उपमहानिरीक्षक द्वारा सेमीनार की थीम पर सेमीनार संस्तुतियों एवं निष्कर्ष पर प्रस्तुत किये गये प्रिन्जटेशन व डाक्यूमेन्ट्री को सराहा। हम पुलिस वाले महिलाओं के लिए जितना कार्य करते हैं वह एक पुण्य के समान है। महिला सम्बन्धी अपराधों के आरोप पत्र शीघ्र मा0 न्यायालय में भेजे जायें। पुलिस महानिदेशक ने यह भी कहा कि भविष्य में आयोजित की जाने वाली री-यूनियन सेमीनार में और सुधार करके इसको और अच्छा बनाया जायेगा तथा इसमें सेवानिवृत्त अधिकारियों को भी आमंत्रित किया जायेगा। पहले के मुकाबले इस प्रशिक्षण संस्थान में काफी बदलाव हुए हैं। उ0प्र0 पुलिस का गौरवशाली इतिहास है हमको इस पर गर्व करना चाहिए। अधिकारियों में नेतृत्व की क्षमता होनी चाहिए तभी अधीनस्थ पुलिस कर्मियों का सही सदुपयोग किया जा सकता है। सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों में सैल्फिसनेस होनी चाहिए, अधिकारियों में इगो की भावना नहीं होनी चाहिए। अधिकारियों को अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ बात करके उनकी मनोवृत्ति को जानने का प्रयास करना चाहिए। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि आप सेवा निवृत्त होने के उपरान्त भी पुलिस विभाग में सुधार के लिए अपना योगदान प्रदान करें, जिससे कि उत्तर प्रदेश पुलिस एक अच्छा संगठन बने। इसके उपरांत पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा पुलिस महानिरीक्षक परिक्षेत्र कार्यालय में मीडिया सेल का उद्घाटन किया गया ।
पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा नारी उत्थान केन्द्र रिजर्व पुलिस लाइन मुरादाबाद
पुलिस महानिदेशक उ0प्र0 द्वारा आज दिनांक 30.06.2018 को जनपद मुरादाबाद में नारी उत्थान केन्द्र का उद्घाटन किया गया। नारी उत्थान केन्द्र के द्वारा जनपद में महिलाओं/बालिकाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाओं के सम्बन्ध में प्राप्त शिकायतों के तत्परता से निस्तारण हेतु एक सुनियोजित व्यवस्था लागू की गयी। अपनी समस्याओं को लेकर आने वाली पीड़िताओं से बातचीत के दौरान परामर्श, चिकित्सकीय सहायता, विधिक सहायता, भौतिक सुरक्षा एवं आर्थिक सहायता सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है ।
नारी उत्थान केन्द्र के माध्यम से दुष्कर्म पीड़ित महिलाओं/बालिकाओं के प्रकरणों में तत्परता पूर्वक त्वरित प्रभावी कार्यवाही एवं उनकी समस्याओं के स्थाई समाधान हेतु एक ही छत के नीचे समस्त कार्यवाही सुनिश्चित कराये जाने के उद्देश्य से निम्न प्रकोष्ठों का गठन किया गया हैः-
- अपराध पीड़िताओं को परामर्श एवं पुनर्वास प्रकोष्ठ (पहल)
- महिला सहायता प्रकोष्ठ
- परिवार परामर्श केन्द्र
- पैरवी सैल
- टास्क फोर्स