देहरादून: सचिवालय में आइटीबीपी, एसएसबी, बीएसएफ, सेना, बीएसएनएल, मौसम विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर उनके पास उपलब्ध संसाधन और राज्य सरकार के संसाधनों को शेयर किया। आपदा प्रबंधन के लिए राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के नामित नोडल अधिकारियों के फोन नंबर और नाम को भी शेयर किया।
मुख्य सचिव ने कहा कि पैरा मिलिट्री, मिलिट्री फोर्सेज और केंद्रीय संस्थाओं के साथ समन्वय के लिए एक संस्थागत तंत्र विकसित किया जाय। समय समय पर इनके साथ बैठकें होती रहें। जॉइंट एक्सरसाइज करने पर भी सहमति बनी। मुख्य सचिव ने आपदा के समय पैरा मिलिट्री फोर्सेज और सेना द्वारा दिए जा रहे सहयोग की सराहना की। बीएसएनएल से कनेक्टिविटी सुचारू करने के लिए पर्याप्त डीजल भी उपलब्ध कराने के लिए कहा। एसएसबी के अधिकारियों ने बताया कि उनके पास राहत और बचाव कार्य के लिए पर्याप्त उपकरण हैं। बीएसएफ ने अवगत कराया कि उनके पास प्रशिक्षण क्षमता है।आईएमडी ने बताया कि 100 से 200 मिलीमीटर तक लगातार एक घंटे बारिश को बादल फटना माना जाता है। इतनी ही बारिश यदि 24 घंटे में हो तो उसे बादल फटना नहीं मानते हैं।
बैठक में प्रमुख सचिव गृह श्री आनंद बर्धन, सचिव आपदा प्रबंधन श्री अमित नेगी, सचिव वन श्री अरविंद सिंह ह्यांकी, आईजी एसडीआरएफ श्री संजय गुंज्याल, निदेशक मौसम विभाग श्री विक्रम सिंह, अपर सचिव आपदा प्रबंधन श्री सविन बंसल, बीएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी के अधिकारियों सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।