देहरादून: प्रदेश के वन एवं वन्य जीव, पर्यावरण एवं ठोस, अपशिष्ट निवारण, श्रम, सेवायोजन, प्रशिक्षण, आयुष एवं आयुष शिक्षा मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत ने विधान सभा स्थित कार्यालय कक्ष में बैठक लेते हुए कहा कि कोटद्वार के चरक डाण्डा, में अन्तर-राष्ट्रीय आयुर्वेद शोध संस्थान बनाने हेतु कार्यदायी संस्था का चयन कर लिया जाय।
मंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड ने आयुष प्रदेश के रूप में अपनी पहचान बना ली है। उत्तराखण्ड को आयुर्वेद का हब बनाना है। मंत्री ने कहा आयुर्वेद में शिक्षण कार्य को बढ़ाव देने के लिए सम्बन्धित मेडिकल काॅलेज में सभी सीटों को भरा जाय। सभी छात्रों को आयुर्वेद में मेडिकल पढ़ाई पढ़ने का अवसर मिले। उत्तराखण्ड को आयुष प्रदेश के रूप में पहचान मिलने से अन्य क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर बढेंगे