नई दिल्ली: सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी) और राष्ट्रीय स्वास्थ्य लेखा (एनएचए) ने आज यहां केंद्रीय इलेक्ट्रोनिक्स एवं आईटी तथा न्याय एवं विधि मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद एवं माननीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा की उपस्थिति में देशभर में फैले तीन लाख सामान्य सेवा केंद्रों (सीएससी) के माध्यम से आयुष्मान भारत योजना को कार्यान्वित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना है जो द्वितीयक एवं तृतीयक अस्पतालों में भर्ती कराने के लिए पांच लाख रुपये (प्रति वर्ष प्रति परिवार) तक का कवरेज उपलब्ध कराते हुए 10 करोड़ से अधिक निर्धन निर्बल परिवारों (लगभग 50 करोड़ लाभार्थी) को कवर प्रदान करेगी।
बैठक के दौरान, श्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि ‘आज मैं बहुत प्रसन्न हूं कि सीएससी वीएलई को भारत में स्वास्थ्य देखभाल के प्रहरी आयुष्मान भारत को सुपुर्द किया जा रहा है। लाभार्थियों की पहचान और पंजीकरण का कार्य सीएससी के द्वारा किया जाएगा। मैं श्री जे.पी.नड्डा जी को बधाई दूंगा कि उनके मंत्रालय ने विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना के कार्यान्वयन के लिए सीएससी का चयन किया है।’ उन्होंने कहा कि सीएससी ग्रामीण भारत में बदलाव के प्रमुख माध्यम बन गए हैं।
स्वास्थ्य देखभाल में सुधार में सीएससी के प्रयासों की सराहना करते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि ‘आयुष्मान भारत में सीएससी के प्रयास रुपांतरकारी सिद्ध होंगे।’
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने इस अवसर पर कहा, ‘आज डिजिटल इंडिया के स्वप्न ने आयुष्मान भारत के साथ एक लम्बी छलांग लगाई है। आयुष्मान भारत में इस क्रांतिकारी स्वास्थ्य योजना से 50 करोड़ लोग लाभान्वित होंगे। 2.5 लाख पंचायतों में तीन लाख सीएससी इस योजना के कार्यान्वयन में काफी सहायक होंगे।’
उन्होंने कहा कि सीएससी ने ग्रामीण आबादी के लिए एक आर्थिक मॉडल को आकार देने में प्रभावी भूमिका निभाई है। उन्होंने सीएससी को इस पर एक प्रस्तुति देने को कहा कि किस प्रकार सीएससी टेली मेडिसीन पहल को केंद्रीय सरकार की स्वास्थ्य सुविधाओं के भागीदारी के साथ और सुदृढ़ बनाया जा सकता है।