मोमोता ने युकी को 21-11, 21-13 से पराजित किया। मोमोता अपने करियर के शुरू में ही विवादों से घिर गये थे। 2016 में जापानी बैडमिंटन संघ के प्रमुख ने उन्हें अवैध कैसिनो में जाने के लिये एक साल के लिये निलंबित कर दिया था। इस कारण वह रियो ओलंपिक में नहीं खेल पाये थे।
मोमोता तब विश्व में दूसरे नंबर के खिलाड़ी थे। उन्होंने प्रतिबंध के बाद अपने खेल पर काम किया और शानदार वापसी की। अभी वह बेहतरीन फार्म में चल रहे हैं। युकी ने भी पहली बार विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप का कांस्य पदक जीता। मोमोटा और युकी दूसरी बार आमने-सामने थे। इससे पहले, इसी साल एशिया बैडमिंटन चैम्पियनशिप में युकी ने मोमोटा को हराया था।