देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने हरिद्वार रोड स्थित एक स्थानीय होटल में इंडिया न्यूज द्वारा आयोजित मंच उत्तराखण्ड कार्यक्रम में प्रतिभाग किया तथा विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय योगदान के लिये अनेक हस्तियों को उत्तराखण्ड गौरव से सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि उत्तराखण्ड सम्भावनाओं का प्रदेश है। राज्य में ऊर्जा, पर्यटन, जैविक उत्पादन के क्षेत्र मे अनेक सम्भावनायें छिपी है। नैसंर्गिक सौन्दर्य एवं आध्यात्म हमारी विरासत है। सुशिक्षित, सकारात्मक एवं रचनात्मक, मानव संसाधन, देशभक्ति व कर्तव्यपरायणता भी हमारी पहचान है। पर्यावरण के प्रति हमारा जन्मजात लगाव है। उत्तराखण्ड के प्रति देशवासियों का विश्वास जगा है। इस वर्ष मात्र 46 दिन में चारधाम यात्रा के साथ ही अन्य पर्यटकों के आगमन का रिकार्ड टूटा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अक्टूबर में देहरादून में उत्तराखण्ड समिट किया जायेगा। इस समिट में इनवेस्टर्स को आमंत्रित किया जा रहा है। प्रदेश में पूंजी निवेश के लिये अधिक से अधिक लोग प्रोत्साहित हो इसके लिए देश के बडे शहरो के साथ ही विदेशों मे भी रोड शो किये जा रहे हैं। हरिद्वार एवं नैनीताल में मिनी कान्क्लेव आयोजित किये गये। राज्य सरकार का सर्विस सेक्टर पर विशेष फोकस है। 13 डिस्ट्रिक्ट 13 न्यू डेस्टिनेशन पर कार्य किया जा रहा है। प्रत्येक जिले में इसके लिए एक-एक क्षेत्र का चयन किया गया है। इन क्षेत्रों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा उत्तराखण्उ देश का ऐसा दूसरा राज्य है, जहाँ पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है। वर्ष 2020 तक 5000 होम स्टे बनाने का हमारा प्रयास है। प्रदेश की सभी 670 न्याय पंचायतों को ग्रोथ सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। मेडिसनल एवं ऐरोमैटिक उत्पादों पर अधिक बल दिया जा रहा है। उत्पादों की प्रोसेंसिंग, पैकेजिंग एवं ग्रेडिंग कर स्थानीय स्तर पर अच्छी आय अर्जित की जा सकती है। केदारनाथ में स्वयं सहायता समूहों द्वारा स्थानीय उत्पादों पर आधारित देवभूमि प्रसाद वितरित कर इस सीजन में अभी तक डेढ़ करोड़ रूपये की आय प्राप्त की है। जिसमें 2000 महिलाओं की आर्थिकी मजबूत हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सकरात्मक पलायन बुरा नही है किन्तु मजबूरी का पलायन चिन्ता का विषय है, इसके लिये हमने पलायन आयोग का गठन किया। राज्य का आर्थिक सर्वेक्षण कराया है जिसकी रिर्पोट आ गयी है। हमारा प्रदेश शिक्षित लोगों का प्रदेश है। यहां के लोग राज्य की स्थिति से विज्ञ होकर तय कर सकते हैं कि वे राज्य के विकास में किस प्रकार अपना योगदान दे सकते है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाने का बीड़ा उठाया है। हम बीना लोकायुक्त के भी भ्रष्टाचार को खत्म करेंगे। हमने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का अभियान चलाया है। अब तक 50 लोग इस में जेल जा चुके हैं। यही नही एनएच-74 में हुए करोड़ों के भ्रष्टाचार में कई लोग धनराशि भी वापस करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार दुर्गुणों की जननी है। इसे समाप्त करने के लिये उन्होंने जन सहयोग की भी बात कही।