नई दिल्ली: सरकार वस्त्र एवं हस्तशिल्प क्षेत्र के विकास, विशेषकर तकनीकी उन्नयन, बुनियादी ढांचे के सृजन एवं कौशल विकास के लिए विभिन्न नीतिगत पहलों और कार्यक्रमों को क्रियान्वित कर रही है, जिनमें संशोधित तकनीकी उन्नयन कोष योजना और पावरटेक्स इंडिया स्कीम भी शामिल हैं। इसी तरह एकीकृत टेक्सटाइल पार्क योजना, पूर्वोत्तर क्षेत्र वस्त्र संवर्द्धन योजना, राष्ट्रीय हस्तशिल्प विकास कार्यक्रम और व्यापक हस्तशिल्प क्लस्टर विकास योजना को भी क्रियान्वित किया जा रहा है।
सरकार ने परिधान एवं मेड-अप क्षेत्र में निवेश, रोजगार एवं निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष पैकेज लांच किया है। इस विशेष पैकेज का उद्देश्य तीन वर्षों में एक करोड़ तक रोजगारों को सृजित करना, निर्यात में 31 अरब अमेरिकी डॉलर का इजाफा करना और 80 हजार करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित करना रहा है। इसके तहत अब तक 5728 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निर्यात और 25,345 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश सृजित हुआ है।