देहरादून: प्रदेश के पशुपालन मंत्री प्रीतम सिंह पंवार ने आज विधान सभा स्थित सभागार में उत्तराखण्ड गौ सेवा आयोग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि गो वंश एवं अन्य पशुओं पर अपराध रोकने हेतु प्रभावी कदम गृह विभाग उठाये। इसके लिए गो वंश एवं अन्य पशुओं पर अपराध प्रकरणों को बेहतर संवाद के माध्यम से पुलिस, अभियोजन विभाग, पशु कल्याण बोर्ड एवं उत्तराखण्ड गो सेवा आयोग के अधिकारियों से नियमित त्रैमासिक समीक्षा बैठक आयोजित करने हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में मार्चूला पशु मेले पर चर्चा के दौरान पशुओं की बडे पैमाने पर गोतस्करी/गोवध के आरोप पर जाॅच में उक्त पशु मेले से जनपद ऊधम सिंह नगर में खरीद कर लाये गये पशुओं पर गोतस्करी की शिकायतें प्राप्त हुई हैं। उक्त मेले में 5688 पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था। जिसमें 5542 पशु स्वस्थ पाये गये थे। जिन्हें पशुक्रुरता निवारण अभियान 1960 के प्राविधानुसार परिवहन हेतु उपयुक्ता का प्रमाण पत्र निर्गत किया गया था। गो तस्करी के मामले में पूर्व में पशुपालन मंत्री/अध्यक्ष गो सेवा आयोग द्वारा निर्देश दिये गये थे कि जिला पंचायत अल्मोड़ा तथा पशुपालन विभाग अल्मोड़ा द्वारा उक्त पशु मेले के समस्त पशु क्रेताओं की सूची तथा अन्य सम्बन्धित अभिलेख जिला अधिकारी ऊधम सिंह नगर को उपलब्ध कराये जायें। जिला अध्यक्ष ऊधम सिंह नगर द्वारा ऐसे ग्रामों जहाॅं उक्त मेले से अधिक संख्या में पशु क्रय लाये गये हैं को प्राथमिकता देते हुए एक माह के भीतर जांच करा ली जाय। उक्त मेले में क्रय किये गये पशुओं की जाॅच के विषय में यह तथ्य बैठक में आया कि सत्यापन के दौरान 689 पशु सत्यापित किये गये स्थान पर प्राप्त नहीं हुए। जिसके लिये पशु पालन मंत्री जी ने उक्त प्रकरण की जांच को आयुक्त कुमायूॅं से करवाने के निर्देश प्रमुख सचिव पशुपालन को दिये। उक्त जांच आयुक्त दो माह में पूर्ण कर गो सेवा आयोग को प्रेषित करेंगे जिससे दोषियों के विरूद्ध अभियोग पंजीयन कर सख्त कानूनी कार्यवायी की जा सके।
बैठक में परगनाधिकारी जसपुर ने अवगत कराया कि जिलाधिकारी ऊधम सिंह नगर द्वारा दिनांक 07-08-2015 को उपजिलाधिकारी/तहसीलदार गदरपुर को स्थलीय सत्यापन में दोषी पाये गये क्रेताओं के विरूद्ध नियमाुनसार कार्यवाही के निर्देश दिये गये हैं। जिस पर कार्यवाही की जा रही है।
बैठक में अपर निदेशक पशु कल्याण बोर्ड ने अवगत कराया कि पशु प्रेमी संस्थाओं द्वारा मेले में ऊधम सिंह नगर से लाये गये पशुओं के कान एवं टैग देहरादून पुलिस को जांच हेतु उपलब्ध कराये गये थे। इस प्रकरण को थाना बाजपुर ऊधम सिंह नगर में हस्तान्तरित न किये जाने के कारण उक्त केस प्राॅपटी(कान एवं टैग) एवं तकनीकी परामर्श पुलिस विभाग को हस्तान्तरित नहीं हो पा रहे हैं। इस पर पशुपालन मंत्री द्वारा अपर सचिव गृह को निर्देश दिये गये कि यथा शीघ्र इस प्रकरण को ऊधम सिंह नगर पुलिस को हस्तान्तरित कर दिया जाय तथा विधि विज्ञान प्रयोगशाला से परीक्षण करा लिया जाय। जिससे प्रयोगशाला जांच के उपरान्त यह सुनिश्चित हो सके कि उपरोक्त कान एवं टैग गो वंश से ही सम्बन्धित हैं। तभी दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई अमल में लायी जाय।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक(ए.एस.पी.) टी0डी0वाईला ने अवगत कराया कि जनपद ऊधम सिंह नगर के विभिन्न थानों में गो वंश के 32 मुकदमे दर्ज हैं। जिनमें से कुछ में कोर्ट में मुकदमा चल रहा है। जिसमें 200 से अधिक संख्या में पशु बरामद हुए हैं। जिन्हें विभिन्न गोशालाओं में भेज दिया गया है। इसके कुल 53 अभियुक्त थे। अधिकांश की गिरफ्तारी हो चुकी है। जिनकी गिरफ्तारी हो चुकी है उनके विरूद्ध आरोप पत्र न्यायालय में पे्रषित किये जा चुके हैं। उनका मामला न्यायालय मंे विचाराधीन है।