आज सावन की अंतिम सोमवारी है. अंतिम सोमवारी को लेकर भोले बाबा के भक्तों में गजब का उत्साह है. शहर के शिवमंदिरों को रंगबिरंगे एलईडी लाइटिंग से सजाया गया है. जबकि भक्तों की भीड़ के मद्देनजर तकरीबन सभी मंदिरों के लिए दर्शन-पूजन की विशेष व्यवस्था की गई है. पटना जंक्शन महावीर मंदिर में रूद्राभिषेक को लेकर विशेष तैयारी है. वहीं श्री सिद्धेश्वरी काली मंदिर बांसघाट में कुल 31 लोगों ने रूद्राभिषेक के लिए बुकिंग कराया है. मंदिरों में सैकड़ों की संख्या में शिवभक्त पहुंच कर पूजा अर्चना करेंगे. श्रद्धालुओं में काफी उत्साह दिखा जा रहा है.
चार साल बाद ऐसा संयोग
शहर के तकरीबन सभी मंदिरों के पट सुबह 5 बजे दर्शन के लिए खुल गए हैं. सावन के अंतिम दिन पूर्णिमा तिथि 26 अगस्त रविवार को भाई-बहनों के अमर प्रेम का प्रतीक रक्षा बंधन का त्योहार मनेगा. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार भद्रा का बाधा नहीं है, इसलिए बहनें दिन भर अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांध सकती हैं. चार साल बाद ऐसा संयोग बना है, जब रक्षाबंधन में भद्रा का बाधा नहीं होगा.
26 अगस्त को पूर्णिमा
सूर्योदय से पहले ही भद्रा समाप्त हो जाएगा, इसलिए बहनें सुबह से लेकर पूरे दिन राखी बांध सकती हैं. सूर्योदय व्यापिनी तिथि के कारण रात में भी राखी बांधी जा सकेगी. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार पूर्णिमा 25 अगस्त की दोपहर 3:15 बजे से 26 अगस्त की शाम 5:30 बजे तक रहेगा. 26 अगस्त को पूर्णिमा 5:26 बजे तक होने से यह त्योहार पूरे दिन मनाया जाएगा.
इस बार रक्षाबंधन सौभाग्यशाली
इस बार सावन पूर्णिमा ग्रहण से मुक्त रहने के कारण रक्षाबंधन का त्योहार सौभाग्यशाली रहेगा. घनिष्ठा नक्षत्र होने के कारण पंचक रहेगा, पर यह राखी बांधने में बाधक नहीं बनेगा. श्री सिद्धेश्वरी काली मंदिर के प्रधान पुजारी संजय तिवारी उर्फ शशि बाबा के अनुसार इस बार रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त 11 घंटे 26 मिनट का है. इस रक्षाबंधन पर बहनें सुबह 5:59 बजे से शाम 5:12 बजे तक राखी बांध सकती हैं.