नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जे.पी. नड्डा ने केरल में राहत कार्यों की समीक्षा के लिए आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे, स्वास्थ्य सचिव श्रीमती प्रीति सूदन तथा एनसीडीसी और डीजीएचएस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। श्री नड्डा ने कहा कि राज्य में महामारी फैलने की स्थितियों का दैनिक आधार पर बारीकी से निरीक्षण किया जा रहा है। स्वास्थ्य परिचालन केंद्र को सक्रिय कर दिया गया है। अभी तक संक्रामक रोग फैलने की कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि वे केरल की स्वास्थ्य मंत्री श्रीमती के.के. शैलजा से निरंतर संपर्क में हैं और व्यक्तिगत रूप से स्थितियों का निरीक्षण कर रहे हैं। स्वास्थ्य सचिव भी राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों से लगातार संपर्क में है और प्रतिदिन स्थिति की समीक्षा कर रही हैं।
आपात स्थिति से निपटने के लिए आज भारतीय वायु सेना ने 65 मीट्रिक टन आवश्यक दवाओं की खेप को त्रिवेन्द्रम पहुंचाया। आज 1 करोड़ क्लोरीन के टैबलेट भेजे गए। अन्य एक करोड़ टैबलेट पहुंचने की प्रक्रिया में है। कुल 4 करोड़ क्लोरीन के टैबलेट का अनुरोध किया गया था, जिन्हें विभिन्न चरणों में भेजा जाएगा। 20 मीट्रिक टन ब्लीचिंग पाउडर को सड़क मार्ग से भेजा गया है। 10 मीट्रिक टन ब्लीचिंग पाउडर आज पहुंच जाएगा और शेष 10 मीट्रिक टन के कल तक पहुंचने की संभावना है। अन्य 40 मिट्रिक टन ब्लीचिंग पाउडर जल्द ही केरल पहुंच जाएगा।
इसके अतिरिक्त 12 सर्वाधिक प्रभावित जिलों के लिए 12 स्वास्थ्य टीमों का गठन किया गया है। इसके अतिरिक्त 10 विशेषज्ञ मेडिकल टीमों का गठन किया गया है (30 विशेषज्ञ और 20 जीडीएमओ)। इसके अलावा निमहान्स के मनोवैज्ञानिक-सामाजिक टीमों का गठन किया गया है।
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) ने कई स्वास्थ्य सुझाव जारी किए हैं। एनसीडीसी की टीमें राज्य में प्रतिनियुक्ति के लिए तैयार हैं। कर्नाटक के कोडागु में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। बंगलौर से एक मेडिकल टीम कोडागु भेजी गई है।