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रविशंकर प्रसाद ने भारत के साथ गहरी साझेदारी के लिए विश्व निवेशकों को आमंत्रित किया

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नई दिल्ली: इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारत और अमेरिका डिजिटल क्षेत्र में प्रतिभागी हैं और दोनों देशों के बीच पारस्परिक लाभ संबंधी मजबूत रिश्ते हैं। श्री प्रसाद यूएस – इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम और भारतीय वाणिज्यिक दूतावास द्वारा आयोजित एक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। संगोष्ठी का आयोजन 28 अगस्त, 2018 सेन फ्रेंसिस्को में हुआ। इसका विषय “प्रोमोटिंग डिजिटल इंडिया एंड इकोनॉमिक ग्रोथ” था। संगोष्ठी में अमेरिका की अमेज़न, एप्पल, मास्टर कार्ड, वॉल्ट डिज्ने, आईवीपी और पे-पाल जैसी अमेरिकी कंपनियों ने भागीदारी की। श्री प्रसाद ने भारत में डाटा सुरक्षा विषयों पर प्रतिभागियों को जानकारी दी।

सेन फ्रेंसिस्को और बे-एरिया के अपने तीन दिन के दौरे में श्री रविशंकर प्रसाद ने इस क्षेत्र में स्थित अग्रणी सूचना प्रौद्योगिकी तथा इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों के दिग्गजों तथा कार्यकारी अधिकारियों के साथ बैठकें कीं। मंत्री महोदय के साथ भारतीय प्रतिनिधिमंडल भी था, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकारी तथा नेस्कॉम एवं आईसीए के प्रतिनिधि भी शामिल थे।

सिलीकॉन वैली के अग्रणी प्रौद्योगिकी कंपनियों के बड़ी हस्तियों तथा कार्यकारी अधिकारियों को संबोधित करते हुए मंत्री महोदय ने भारत में डिजिटल इंडिया के मद्देनजर व्यापार अवसरों और विकास क्षमताओं के बारे में जानकारी दी। इस बैठक में माइक्रोसॉफ्ट, ईएंडवाई, केआरपीए, डीएसजी ग्लोबल जैसी कंपनियां शामिल हुईं।

26 अगस्त को अपने दौरे की शुरूआत में श्री रविशंकर प्रसाद ने प्रौद्योगिकी क्षेत्र में काम करने वाले भारतीय मूल के उद्यमियों और प्रतिभावानों से मुलाकात की, जिनमें विनोद धाम, नितिन मेहता, टॉम केलाथ, कंवर चड्ढा, कृष्णा यारलग्गड्डा, बी.जे.अरुण, विश मिश्रा, गुरु पारूल्कर, केजी गणपति, खांडेराव कांड, प्रत्यूष पटनायक, राजू इंदूकुरी और हर्षुल असनानी शामिल थे।

27 अगस्त को मंत्री महोदय ने विप्रो-सिलीकॉन वैली इनोवेशन सेन्टर का दौरा किया। वहां उन्होंने इस केन्द्र द्वारा विकसित महत्वपूर्ण एप्लीकेशंस का अवलोकन किया। मंत्री महोदय ने कहा कि केन्द्र का संचालन एक भारतीय कंपनी करती है जो इस बात का उदाहरण है कि भारतीय कंपनियां अमेरिका में तकनीकी विशेषज्ञता और निवेश को प्रोत्साहन दे रही हैं। 27 अगस्त को ही उन्होंने प्रसिद्ध स्टेनफर्ड यूनिवर्सिटी परिसर का भी दौरा किया और वहां के अध्यापकों से मुलाकात की।

  28 अगस्त को श्री रविशंकर प्रसाद ने आईडीएम इनोवेशन सेन्टर का दौरा किया। उन्होंने आईबीएम में बड़ी संख्या में काम करने वाले भारतीय कर्मचारियों के योगदान की प्रशंसा की। इसी दिन मंत्री महोदय ने मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में काम करने वाली विभिन्न अमेरिकी कंपनियों के कार्यकारी अधिकारियों तथा प्रतिनिधियों के साथ एक कार्यशाला में शिरकत की। इसका आयोजन बे-एरिया- काउंसिल के सहयोग से आईसीए ने किया था। इसमें हिस्सा लेने वालों ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में होने वाले सुधारों की प्रशंसा की, जिसमें आयुष्मान भारत जैसा विश्व का सबसे बड़ा स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम भी शामिल है।

29 अगस्त को श्री रविशंकर प्रसाद ने कैलिफोर्निया के माउंटेनव्यू स्थित गूगल के मुख्यालय का दौरा किया और गूगल के कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई से भेंट की। वहां मंत्री महोदय ने गूगल के वरिष्ठ सदस्यों से भी भेंट की। मंत्री महोदय को भारत के संबंध में गूगल की योजनाओं की जानकारी दी गई। गूगल के कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई ने कहा कि भारत के मौजूदा डिजिटल परिवर्तन का हिस्सा बनना बहुत सम्मानजनक है। श्री प्रसाद ने कहा कि डिजिटल इंडिया कार्यक्रम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को बहुत प्रिय है और गूगल जैसी कंपनियां डिजिटल रूप से भारतीयों को शक्ति संपन्न बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।

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