नई दिल्ली: केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री सुश्री उमा भारती की अध्यक्षता में केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक कल खजुराहो में हुई। बैठक में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना- कमान क्षेत्र विकास, स्प्रिंकलर एवं ड्रिप सिंचाई को बढ़ावा देने एवं केन-बेतवा लिंक परियोजना के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए सुश्री उमा भारती ने कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना के कारण पर्यावरण एवं वन्य जीवों को किसी भी प्रकार की हानि नहीं पहुंचने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना में उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश की सरकारें सहयोग कर रही हैं और मंत्रालय उनके संपर्क में है। बैठक में सांसद श्री ए.टी. (नाना) पाटिल (बीजेपी), महाराष्ट्र, श्री अजय टम्टा (बीजेपी), उत्तराखंड, श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत (बीजेपी), राजस्थान, श्री हेमंत तुकाराम गोडसे (शिवसेना), महाराष्ट्र, श्री नंद कुमार सिंह चौहान (बीजेपी), मध्य प्रदेश, श्री परशुरामन के. (एआईएडीएमके), तमिलनाडु, श्री प्रेम सिंह चंदूमाजरा (शिरोमणी अकाली दल) पंजाब, सुनील कुमार (आरजेडी), बिहार एवं राम नारायण दुदी (बीजेपी) सांसद राज्यसभा ने शिरकत की। बैठक में केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।
बैठक के बाद सुश्री उमा भारती, केंद्रीय जल संसाधन, वन विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय के सलाहकार समिति के सदस्यों के साथ केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट के प्रस्तावित ढोड़न बांध का अवलोकन करने पहुंची। वहां पर ग्रामीणों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने बांध से होने वाले फायदों के बारे में लोगों को बताया। उन्होंने कहा कि बांध दो चरणों में बनेगा। पहले चरण में 221 किलोमीटर की लिंक नहर बनेगी। इससे मध्य प्रदेश के टीकमगढ़, छतरपुर व पन्ना जिले के लोगों को फायदा पहुंचेगा। बांध से उत्तर प्रदेश के महोबा, झांसी और बांदा के किसान भी लाभान्वित होंगे। दूसरे चरण में 92 किलोमीटर की लिंक नहर के जरिए केन नदी के अतिरिक्त पानी को बेतवा नदी में ले जाया जाएगा। पहले चरण की लागत लगभग 15 हजार करोड़ रुपये आएगी। दूसरे चरण पर लगभग ढाई हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा 77 मीटर की ऊंचाई और 2030 मीटर की लंबाई वाले इस बांध से बुंदेलखंड का पिछड़ापन दूर होगा। सलाहकार समिति के सदस्य सांसदों ने भी ग्रामीणों से बातचीत की।