नई दिल्ली: पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि समाज बच्चों को सही शिक्षा मुहैया कराने की सामूहिक जिम्मेदारी उठाता है। उन्होंने आज यहां उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा आयोजित शिक्षक दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए युवाओं को योग्य और जिम्मेदार नागरिक बनाने में मदद करने के लिए शिक्षकों को प्रेरित किया।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती हमें यह आत्ममंथन करने का मौका प्रदान करती है कि क्या हमने दार्शनिक और पूर्व राष्ट्रपति द्वारा तैयार शिक्षा नीति का गंभीरता से अनुसरण किया है। उन्होंने कहा कि शिक्षक अपने काम की वजह से उचित सम्मान पाने के हकदार हैं।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि भारत की आबादी का 70 फीसदी हिस्सा 40 साल तक के लोगों का है। इसलिए बच्चों और युवाओं को सही शिक्षा उपलब्ध कराना महत्वपूर्ण हो जाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने युवाओं की उम्मीदों को पूरा करने के लिए खेल का एक स्तरीय मैदान उपलब्ध कराने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसमें सरकारी नौकरियों में निचले पदों पर बहाली के लिए साक्षात्कार को खत्म करना भी शामिल है।
इस अवसर पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री किरेन रिजीजू ने कहा कि शिक्षा संबंधी अवधारणा बदल रही है और स्वच्छ भारत मिशन सहित प्रधानमंत्री द्वारा तय उद्देश्यों को पूरा करने के लिए हम लोग कोशिश कर रहे हैं। शिक्षकों का अभिवादन करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षक सही मायने में राष्ट्र निर्माता हैं जो बच्चों का विकास कर उन्हें भविष्य का योग्य और जिम्मेदार नागरिक बनाते हैं।
इस अवसर पर डॉ. जितेन्द्र सिंह और श्री किरेन रिजीजू ने 40 शिक्षकों को पुरस्कार प्रदान किये और शिक्षा विभाग की वार्षिक पत्रिका जारी की। इस अवसर पर उत्तरी दिल्ली के मेयर श्री आदेश गुप्ता और अन्य अधिकारी मौजूद थे।