लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विधि एवं न्याय मंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने कहा है कि शिक्षकों का दायित्व है कि वे बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा दें तथा उनकी नींव को इतना सुदृढ़ बनाएं, ताकि वह बड़े होकर समाज व राष्ट्र निर्माण में सक्रिया भूमिका का निवर्हन कर सकें।
श्री पाठक आज सेराजेम इंडिया ग्लोबल हेल्थ कम्पनी के सहयोग से खुर्रमनगर स्थित प्राथमिक विद्यालय में आयोजित तीसरे ड्रीम स्कूल के समापन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने हर स्तर पर शिक्षा के सुधार हेतु अनेक प्रभावी कदम उठाएं है। स्कूलों में शिक्षकों की कमी को निरन्तर पूरा किया जा रहा है। सरकार द्वारा शिक्षा की ओर प्रेरित करने के लिए बच्चों को किताबें, जूते-मोजे, बैग आदि विभिन्न प्रकार की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा है कि प्राथमिक विद्यालयों की बुनियादी समस्याओं को प्राथमिकता देने के लिए सरकार संवेदनशील है। स्कूलों में बच्चों हेतु स्वच्छ पेयजल, क्रीड़ा स्थल तथा अन्य आवश्यक सुविधाएं भी सुलभ कराने की व्यवस्था की गई है।
विधि एवं न्याय मंत्री ने प्राथमिक विद्यालय में आवश्यक सुविधाओं को उपलब्ध कराने के लिए सेराजेम इंडिया ग्लोबल हेल्थ कम्पनी के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है और आबादी भी सर्वाधिक है। ऐसे में निजी क्षेत्र की भागीदारी अत्यंत आवश्यक हो जाती है। उन्होंने इस कम्पनी द्वारा प्राथमिक विद्यालय के विकास में जिस प्रकार योगदान दिया है, इसी प्रकार अन्य विद्यालयों के बुनियादी विकास में सहयोग की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि सेराजेम इंडिया ने गरीब क्षेत्रों और खराब हालत में चल रहे स्कूलों के विकास का जो बीड़ा उठाया है, यह कम्पनी का सराहनीय प्रयास है।
मेयर श्रीमती संयुक्ता भाटिया ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि छात्र स्कूल में गंदगी न फैलाएं, कूडे़ व कचरे को कूड़ेदान में डालें। उन्होंने कहा कि स्कूल के स्वच्छ रहने से बीमारी नहीं होगी एवं पढ़ाई का वातावरण बना रहेगा।