देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि शिक्षा मनुष्य की सबसे बड़ी पूंजी होने के साथ ही राष्ट्र के निर्माण के लिये भी उपयोगी है। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में शिक्षा का बहुत अधिक महत्व है। राज्य में शिक्षा एवं साक्षरता को बढ़ावा देना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। राज्य को वर्ष 2019 तक पूर्ण साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि हम सबको संकल्प लेना होगा कि हर व्यक्ति साक्षर बनें, निरक्षर कोई न रहे। साक्षरता में वो क्षमता है जो परिवार और देश की प्रतिष्ठा को बढ़ा सकता है। उन्होंने कहा कि स्कूल कॉलेज में जाने वाले विद्यार्थी भी सामुदायिक सेवा के अंतर्गत अवकाश के दिनों में अपने आस-पास के निरक्षर लोगों के लिए थोड़ा समय निकालें और उन्हें पढ़ाएँ। लोगों को साक्षरता के लिए प्रोत्साहित करें, जिससे वे वर्तमान युग की आधुनिक तकनीकी सुविधाओं और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें।