देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में कुमाऊॅ-गढ़वाल चैम्बर आॅफ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज एवं सिडकुल वर्कर वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधिमण्डल के साथ राज्य में उद्योगों की विभिन्न समस्याओं के समाधान के सम्बन्ध में बैठक ली।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि ऊधमसिंह नगर में बड़ी संख्या में औद्योगिक आस्थानों मंे काम करने वाले कर्मियों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने लिए हाल ही में 32 डाॅक्टरों की नियुक्ति कर दी गई है, इनमें से 31 डाॅक्टरों द्वारा अस्पतालों में अपनी सेवा प्रारम्भ कर दी गई है। इसके साथ ही संविदा पर कार्य करने वाले डाॅक्टरों को भी हटाया नही गया है, ताकि ससमय पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं मिलती रहे। रूद्रपुर में सौ बेड के अस्पताल का निर्माण कार्य गतिमान है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने राजकीय औद्योगिक आस्थानों में शेड/भूखण्डो के किराया एवं स्थानान्तरण प्रक्रिया को सरल व लेवी रहित बनाने के सुझाव का परीक्षण करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिए। मुख्यमंत्री ने वर्ष 1988 से वित्तीय वर्ष 2016-17 तक के वैट की बकाया के समापन एवं ब्याज/अर्थदण्ड माफी हेतु योजना लाए जाने सम्बन्ध में औद्योगिक प्रतिनिधियों से सुझाव आमंत्रित किए। उन्होंने काशीपुर में महुआखेड़ागंज में एम.पी.डी.जी. मार्ग से अहरपुरा-कटैया मार्ग के निर्माण हेतु लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने मंडी समिति की अनुसूची से चावल को हटाने के सुझाव का परीक्षण करने के निर्देश दिए। फैक्ट्री एक्ट के तहत हर साल 10 प्रतिशत फीस वृद्धि में संशोधन का प्रस्ताव कैबिनेट में लाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए आवश्यक बुनियादी सुविधाएं विकसित करने हेतु निरन्तर प्रयासरत है।