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प्रमुख सचिव संजय आर. भूसरेड्डी की अध्यक्षता मे लोकतान्त्रिक पारदर्शी प्रकिया अपनाते हुए पेराई सत्र 2018-19 हेतु परिक्षेत्रवार गन्ना सुरक्षण बैठक प्रारम्भ

उत्तर प्रदेश

लखनऊः पेराई सत्र 2018-19 हेतु डालीबाग स्थित गन्ना किसान संस्थान के सभागार में सहारनपुर परिक्षेत्र की गन्ना सुरक्षण बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में सहारनपुर परिक्षेत्र के 03 जिलों- सहारनपुर, मुजफ्फरनगर एवं शामली की 17 चीनी मिलों से संबंधित गन्ना क्षेत्र आवंटन पर चर्चा की गयी। सहारनपुर परिक्षेत्र में गत वर्ष की तुलना में गन्ना क्षेत्रफल की तुलनात्मक स्थिति के अनुसार पौधे में 7.33, पेड़ी में 13.01 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस तरह इस वर्ष 03 जनपदों में गन्ना क्षेत्रफल में 10.07 प्रतिशत  कुल वृद्धि हुई है। सहारनपुर परिक्षेत्र की 17 चीनी मिलों की कुल पेराई क्षमता 1,23,500 टी.सी.डी. है और कुल अनुमानित गन्ना उत्पादन 2488.56 लाख कुन्तल है। इस पेराई सत्र में सहारनपुर परिक्षेत्र की 17 चीनी मिलों ने संचालन की तिथि प्रस्तावित कर दी है चीनी मिलों को प्रस्तावित तिथि अक्टूबर माह के अन्तिम सप्ताह तक चलाने के निर्देश दिये गये है। गत पेराई सत्र 2017-18 में सहारनपुर क्षेत्र की 17 चीनी मिलों ने  1753.41लाख कुन्तल गन्ने की पेराई कर 192.48लाख कुन्तल चीनी का उत्पादन किया था और चीनी परता 10.98 प्रतिशत रहा।

सुरक्षण बैठक में सर्वप्रथम गन्ना किसान प्रतिनिधियों ने सट्टा नीति में किये गये बदलाव और पर्ची निर्गमन की व्यवस्था में किये गये सुधारों हेतु गन्ना आयुक्त संजय आर0 भूसरेड्डी को धन्यवाद ज्ञापित किया तथा एक स्वर में मुक्त कंठ से यह प्रशंसा की कि वर्तमान गन्ना मंत्री एवं गन्ना आयुक्त के कार्यकाल में गन्ना किसानों के हितों को समझते हुए सभी आवश्यक नियमों को लागू कराया गया और कानून के राज की स्थापना की गयी। गन्ना किसानों द्वारा घटतौली पर अंकुश लगाने हेतु प्रभावी उपाय करने के लिये अनुरोध किया गया। किसान प्रतिनिधियों ने पोक्का बोइंग गन्ना रोग के निवारण के लिये शोध कार्य किये जाने की मांग की । किसान प्रतिनिधियों ने पर्ची वितरण को सुचारु रूप से करने एवं सरसावां चीनी मिल में विस्तारीकरण के साथ-साथ कोजेन प्लाण्ट की स्थापना किये जाने तथा सहकारी समितियों से उर्वरक आदि दिलाये जाने, ए.जी.एम के प्रस्तावों के अनुरूप क्रय केन्द्रों के आवंटन सहित कृषकों की ऋण सीमा बढ़ाने की मांग रखी। बैठक में कुछ किसान प्रतिनिधियों ने कहा कि पूर्व से स्थापित क्रय केन्द्रों में कोई परिवर्तन न किया जाये और आसन्न पेराई सत्र हेतु गन्ना सुरक्षण करते समय  समितियों के प्रस्ताव को ही विचार में लाया जाये।

गन्ना एवं चीनी आयुक्त, संजय आर. भूसरेड्डी ने गन्ना किसानों से अपील की सभी गन्ना कृषक चीनी मिलों के शेयर होल्डर होने के नाते सभी सहकारी चीनी मिलों की त्रैमासिक बैठक लगातार जिला अधिकारी की अध्यक्षता में कराते रहें तथा शासन द्वारा आवंटित बजट की व्यवस्था के अनुसार चीनी मिलों में होने वाले मरम्मत कार्य की जानकारी प्राप्त करते रहे। गन्ना आयुक्त ने यह भी बताया कि आने वाले समय में किसान मोबाईल एप्लीकेशन के माध्यम से अपना कलैंडर, तौल से सम्बन्धित जानकारी व आवश्यक सूचना प्राप्त कर सकेंगे और नवनियुक्त गन्ना पर्यवेक्षकों को जल्द ही जिलों में तैनाती प्रदान कर दी जायेगी।

बैठक के दौरान गन्ना किसानों के हित में शासन की मंशानुसार गन्ना सट्टा नीति सम्बन्धी निर्देश, त्वरित गन्ना मूल्य भुगतान सम्बन्धी निर्देश, घटतौली रोकने सम्बन्धी निर्देश, फार्म मशीनरी बैक स्थापित किये जाने सम्बन्धी दिशा-निर्देश, “पर ड्राॅप-मोर क्राॅप” एवं “हर खेत को पानी” योजना के अन्तर्गत गन्ने में ड्रिप सिंचाई संयंत्र की स्थापना सम्बन्धी दिशा-निर्देश विषयक हैंडबिल गन्ना किसानों के बीच विपुल मात्रा में वितरित किये गये।

सुरक्षण बैठक प्रदेश के गन्ना एवं चीनी आयुक्त श्री संजय आर. भूसरेड्डी  की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में अपर चीनी आयुक्त, श्री राकेश कुमार मिश्र, अपर गन्ना आयुक्त, श्री वाई.एस.मलिक, श्री आर.पी.यादव श्री वी.के.शुक्ल, गन्ना विकास सलाहकार श्री आर.सी. पाठक, संयुक्त गन्ना आयुक्त, श्री पवन कुमार गंगवार, श्री वी.बी.सिंह, श्री विश्वेश कनौजिया, उप निदेशक डाॅ. एन.के.कमल, सहायक निदेशक, श्री आर.एस.राय, उप गन्ना आयुक्त, सहारनपुर, डाॅ. दिनेश्वर मिश्र, सम्भागीय विख्यापन अधिकारी, श्री एन.के.सिंह, श्री राघवेन्द्र पाण्डेय, श्री गौरव कुमार एवं सहारनपुर परिक्षेत्र के सभी जिलों के जिला गन्ना अधिकारी जिनमे डाॅं. आर.डी.द्विवेदी, श्री कृष्ण मोहन मणि त्रिपाठी तथा डाॅ. अनिल भारती उपस्थित रहे। बैठक का  संचालन संयुक्त गन्ना आयुक्त, श्री विश्वेश कनौजिया ने किया।

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