लखनऊ: प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ऊर्जा एवं प्रोटोकाल राज्य मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि यात्रियों की सुविधा हेतु फरवरी, 2019 तक प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों को एसी बसों से जोड़ा जायेगा। महिलाओं की सुरक्षा के लिए नवम्बर, 2018 तक निर्भया फण्ड से 50 पिंक बसें महिला चालक एवं परिचालक की जिम्मेदारी में चलेंगी। प्रदेश में सड़क से जुड़े सभी गांवों को 2022 तक रोडवेज बसों से जोड़ने का लक्ष्य है। प्रदेश को जल्द ही 1000 नयी साधारण एवं एसी बसों की सौगात मिलेगी। कुम्भ मेला के दौरान 500 नयी बसें संचालित की जायेंगी, जिसमें यात्रियों को मुक्त यात्रा की सुविधा मिलेगी। प्रदेश में 57 स्लीपर बसें भी संचालित होंगी। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश को प्रदूषण मुक्त करने के लिए 700 सीएनजी बसें खरीदी जायेंगी, जिसमें से 250 बसें मेरठ, मुरादाबाद व दिल्ली के लिए संचालित की जायेंगी, बाकी 450 बसें जहां सीएनजी पम्प होंगे वहां संचालित की जायेंगी। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम की बसों को जम्मू, हिमांचल प्रदेश व पंजाब तक चलाने को शीघ्र ही समझौता किया जायेगा।
परिवहन मंत्री ने यह बात आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में परिवहन निगम के क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ हुई समीक्षा बैठक के दौरान पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने बताया कि हरदोई डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धक श्री राम बहादुर द्वारा निगम को 700 करोड़ का लाभ दिलाने के लिए पुरस्कृत किया गया। उन्होंने सभी अधिकारियों को परिवहन निगम को और अधिक मुनाफा में लाने के लिए अथक परिश्रम करने, अनुसाशन एवं समयबद्धता के साथ चालकों एवं परिचालकों की समय से ड्यूटी लगाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने सभी क्षेत्रीय प्रबन्धकों को निर्देशित किया कि कम लोड फैक्टर वाले मार्गों का निरीक्षण करें। बसों की डग्गामारी बंद करायें। टिकट चेकिंग में बस को न रोका जाय, बल्कि यात्रियों की सुविधा हेतु चलती बस में ही टिकट चेक किया जाय। बस चेकिंग स्टाफ पूरी ईमानदारी से काम करें। यातायात निरीक्षक की बस चेकिंग में हेराफेरी व लापरवाही पाये जाने पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। निगम में किसी भी प्रकार की लूट खसोट नहीं होगी, शिकायत पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।