लखनऊ: राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार श्रीमती स्वाती सिंह ने कि मंडी द्वारा जैविक उत्पादों की बिक्री के लिए अलग बाजार लगवाकर उत्पादों की व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार की व्यवस्था की जाएगाी। अलग बाजार लगने से खरीददारों को जैविक उत्पाद की पहचान में कोई समस्या नहीं होगी। श्रीमती स्वाती सिंह आज राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के तत्वावधान में 15-16 सितम्बर, 2018 को किसान बाजार, गोमती नगर लखनऊ में आयोजित होने वाली ‘‘जैविक उत्पाद प्रदर्शनी एवं बाजार‘‘ के अनावरण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रही थी।
कार्यक्रम में जैविक उत्पाद की खरीद को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा कि जैविक उत्पादों को अपने आहार में शामिल करना स्वास्थ्य के लिए हितकारी है। अधिक खाद्य उत्पादन की होड़ में, तरह-तरह से रासायनिक खादों, जहरीले कीटनाशकों का उपयोग भूमि की उर्वरा शक्ति को प्रभावित करने के साथ-साथ वातावरण और मनुष्य के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। कार्यक्रम में श्रीमती स्वाती सिंह, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार विभाग ने आयोजन के मूल उद्देश्य, अच्छी गुणवत्ता की शुद्ध सामग्री सीधे प्राप्त होने और ऐसी परम्परागत तथा हानिकारक रसायनों से रहित खेती को बढ़ावा मिलने के संबंध में तथ्यों से अवगत कराया ।
इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए प्रमुख सचिव कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार श्री अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि जैविक उत्पाद रासायनिक उर्वरकों से उत्पन्न उत्पादों की तुलना में स्वादिष्ट भी है और स्वास्थ्य के लिए हितकारी भी हैं। उन्होंने कहा रासायनिक उरर्वकों के दुःप्रभाव के कारण गतवर्षो में जैविक खेती की प्रक्रिया वैकल्पिक रूप से अपनायी जा रही है। जैविक खेती कृषि की वह विधि है जो रासायनिक उर्वरकांे एवं कीटनाशकों के स्थान पर हरी खाद, वर्मी या कम्पोस्ट खाद, प्राकृतिक कीटनाशकों जैसे गौमूत्र, नीम का तेल आदि के प्रयोग से की जाती है। उन्होंने जानकारी दी कि प्रदर्शनी में प्रमाणीकरण के आधार पर उत्पादों की तीन श्रेणियां रखी गई हैं।
कृषि विपणन विभाग के निदेशक श्री रमाकांत पाण्डेय ने जानकारी दी कि इस आयोजन में प्रदेश के निकट एवं दूरस्थ जिलों से लगभग 100 किसान अपने-अपने जैविक उत्पादों के साथ प्रतिभाग करेंगे, जिनमें बाराबंकी, सीतापुर, लखनऊ, कानपुर, जालौन आदि से फल-सब्जी, दालें, गेंहू, चावल, गुड़, सरसों का तेल आदि उत्पादों का विक्रय सीधे उपभोक्ताओं को करेंगे। यह उत्पाद उपरोक्त तीन श्रेणियों के अन्तर्गत उपलब्ध होंगे। प्रदर्शनी एवं बाजार का आयोजन दिनंाक 15-16 सितम्बर, 2018 को पूर्वान्ह 11.00 बजे से रात्रि 10.00 बजे तक किसान बाजार (सिनेपालिस-वन अवध सेन्टर माॅल के सामने) विभूति खण्ड, गोमती नगर, में होगा। इसमें संास्कृतिक मनोरंजन के साथ-साथ जैविक उत्पाद खरीदने का अवसर भी आम उपभोक्ताओं को प्राप्त होगा। इस आयोजन की सफलता को दृष्टिगत कर इसी तरह का बाजार प्रत्येक सप्ताह एवं अग्रेतर नियमित रुप से लगवाने पर विचार किया जा सकेगा।
सम्मेलन में प्रमुख रूप से श्री अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव, कृषि विपणन विभाग, श्री रमाकान्त पाण्डेय, निदेशक, मण्डी परिषद, श्री सोराज सिंह, निदेशक, कृषि विभाग, श्री जितेन्द्र प्रताप सिंह, श्री एस0आर0 कौशल निदेशक, राज्य जैविक प्रमाणिकरण संस्था, लखनऊ, अपर निदेशक (प्रशा0), मण्डी परिषद, के साथ साथ कृषि विभाग, उद्यान विभाग के अधिकारी तथा बड़ी संख्या में जैविक उत्पादन से जुड़े कृषक उपस्थित रहे।