बॉक्सर मैरीकॉम ने एक बार फिर कमाल किया है. इस बार उन्होंने महज चार घंटे में दो किलो वजन घटाकर टूर्नामेंट में हिस्सा लिया और गोल्ड मेडल जीता. जी हां, चार घंटे में दो किलो वजन कम करना सुनने में थोड़ा अजीब जरूर लगेगा, लेकिन लंबी यात्रा के बाद पोलैंड पहुंची बॉक्सर एमसी मैरीकॉम को थकान के बावजूद इस चुनौती को पूरा करना था.
पोलैंड के गिलवाइस में हाल ही में हुए 13वें सिलेसियन बॉक्सिंग टूर्नामेंट लिए मैरीकॉम जब वहां पहुंचीं, तो उनका वजन दो किलो ज्यादा था और टूर्नामेंट के लिए वजन करने के लिए उनके पास चार घंटे का समय था. उन्होंने न सिर्फ इस चुनौती को पूरा किया, बल्कि टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल भी अपने नाम किया, जो इस साल का उनका तीसरा गोल्ड मेडल है.
पांच बार की वर्ल्ड चैम्पियन मैरीकॉम ने स्वदेश वापसी के बाद पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा:
हम लगभग तीन-साढ़े तीन बजे सुबह पोलैंड पहुंचे और टूर्नामेंट के लिए वजन का कार्यक्रम सुबह साढ़े सात बजे होना था. मुझे 48 किलोग्राम वेट कैटेगरी में भाग लेना था और मेरा वजन उससे दो किलो ज्यादा था. मेरे पास वजन कम करने के लिए लगभग चार घंटे का समय था. ऐसा नहीं करने पर मैं डिस्क्वालीफाई हो जाती. मैंने लगातार एक घंटे तक स्कीपिंग (रस्सी कूद) की और फिर मैं वजन के लिए तैयार थी.
ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी बॉक्सर मैरीकॉम ने पोलैंड तक के अपने सफर के बारे में बताया:
हमारे लिए अच्छी बात यह थी कि जिस विमान में हम यात्रा कर रहे थे, वह लगभग पूरा खाली था, इसलिए मैं पैर फैलाकर अच्छे से सो सकी, ताकि वहां पहुंचने पर ज्यादा थकावट नहीं रहे. नहीं तो मुझे नहीं पता कि मैं टूर्नामेंट में भाग ले पाती या नहीं.
मणिपुर की यह खिलाड़ी टूर्नामेंट के सीनियर वर्ग में गोल्ड जीतने वाली इकलौती भारतीय खिलाड़ी हैं. मैरीकॉम दो महीने में 36 साल की हो जाएंगी, लेकिन इस बॉक्सर ने साफ कर दिया है कि वह 2020 ओलंपिक तक अपना खेल जारी रखेंगी.
उन्होंने कहा, ”नवंबर में होने वाली वर्ल्ड चैम्पियनशिप मेरा अंतिम टूर्नामेंट नहीं होगा. मैं 2020 ओलंपिक तक कहीं नहीं जा रही, बशर्ते मैं फिट रहूं. मैं अपनी कमियों को जानती हूं, लेकिन मुझे अपने मजबूत पक्षों के बारे में भी पता है. अगर कोई चोट लगती है, तब आगे की योजना के बारे में सोचूंगी.”
(इनपुटः PTI)