केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को यहां कहा कि जम्मू एवं कश्मीर में आंतकवाद पूरी तरह से पाकिस्तान प्रायोजित है। राजनाथ ने यह भी कहा कि सेना, अर्धसैनिक बल और जम्मू एवं कश्मीर के पुलिस के बीच आतंकवाद से निपटने में बेहतर तालमेल बना हुआ है। हम आतंकवाद से निपटने में पूरी तरह सक्षम हैं। यहां मध्य क्षेत्र परिषद की 21वीं बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे राजनाथ ने कहा कि यह कहने में कोई संकोच नहीं कि जम्मू एवं कश्मीर में फैल रहे आतंकवाद के पीछे पाकिस्तान का हाथ है।
राजनाथ ने राफेल विवाद पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष आगामी चुनाव को देखते हुए गैरजरूरी मुद्दों को तरजीह देने में जुटा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद का स्पष्टीकरण आ चुका है, जिसके बाद इस मुद्दे पर चर्चा का कोई तुक नहीं है।
बैठक के दौरान भी गृहमंत्री ने इस बात पर बल दिया कि “केंद्र और राज्यों के बीच सहयोग मजबूत करना वर्तमान सरकार का उद्देश्य है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए पिछले चार वर्षो के दौरान मध्य क्षेत्र परिषद की दो बैठकें और स्थाई समिति की तीन बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं।”
राजनाथ ने कहा कि देश में सहकारी संघवाद को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने हमेशा से कदम उठाए हैं और ये बैठकें उसी का नतीजा है, जिससे राज्यों के बीच आपसी तालमेल बना हुआ है।
बैठक में एक तरफ मौजूदा सड़कों को अपग्रेड करने पर चर्चा की गई, वहीं दूसरी ओर वामपंथी उग्रवाद भी इस बैठक में चर्चा का विषय रहा। बैठक में वामपंथी उग्रवाद का सामना करने के लिए सहायता देने की भी बात कही गई।
परिषद की बैठक में पुलिस बलों का आधुनिकीकरण, बस्तर में सामुदायिक परिसंपत्तियों के निर्माण के लिए मनरेगा व्यवस्था में परिवर्तन के अतिरिक्त कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
गौरतलब है कि मध्य क्षेत्र परिषद की बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौजूद थे। इसके अलावा इस बैठक में छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री और मध्य प्रदेश के गृह मंत्री, परिवहन मंत्री मौजूद थे।