नई दिल्ली: केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह ने आज कृषि भवन, नई दिल्ली में सूरीनाम गणराज्य के कृषि, पशुपालन और मत्स्य मंत्री श्री लेखराम सोएर्दजन से मुलाकात की और सूरीनाम की जनता की भलाई के लिए कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के मध्य ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध 145 वर्ष पुराने हैं। ऐसी यात्राओं से भारत और सूरीनाम के मध्य परस्पर संबंध और गहरे करने में मदद मिलती है तथा दोनों देशों के बीच न केवल दोनों सरकारों के स्तर पर बल्कि दोनों देशों के नागरिकों के स्तर पर भी द्विपक्षीय संबंध मजबूत होते हैं। उन्होंने कृषि और सहायक क्षेत्रों में पूर्ण सहयोग के लिए सूरीनाम के अपने समकक्ष को आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017-21 की अवधि के लिए कृषि पर संयुक्त कार्य समूह की कार्य योजना से सूरीनाम जाने वाले भारतीय वैज्ञानिकों/विद्वानों को प्रशिक्षण/अध्ययन यात्रा के संबंध में मदद मिलेगी, जिससे वे जेडब्ल्यूजी के दायरे में खाद्य प्रसंस्करण, पशुपालन और मत्स्य पालन जैसे कृषि और सहायक उपक्रम से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में किसानों/कृषि वैज्ञानिकों की क्षमता निर्माण में सफल होंगे।
सूरीनाम के राजदूत के अनुरोध पर श्री सिंह ने सूरीनाम में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के सहयोग से चावल पर किए जाने वाले अनुसंधान कार्य को आगे बढाये जाने हेतु आईसीएआर के अधिकारियों को सूरीनाम में समकक्ष अधिकारी के साथ बातचीत करने के निर्देश दिए।
केन्द्रीय कृषि मंत्री ने सूरीनाम सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि सूरीनाम सरकार द्वारा अपने समाज के सभी वर्गों को शामिल करते हुए मई और जून 2018 के दौरान बड़े शानदार तरीके से सूरीनाम में भारतीयों के आगमन की 145वीं जयंती का आयोजन किया। उन्होंने सूरीनाम में हिन्दुस्तानी समाज द्वारा हिन्दी भाषा का संरक्षण करने और उसका प्रचार करने की भी सराहना की। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर ‘अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन सम्मेलन (इंटरनेशनल सोलर एलांइस कांफ्रेंस)’ में भाग लेने के लिए एक उच्च स्तरीय शिष्टमंडल भेजने के लिए सूरीनाम गणराज्य की सरकार का आभार प्रकट किया।