इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या 2014 के बाद से पिछले 4 वित्त वर्ष में 80 प्रतिशत बढ़ गई है। 1 करोड़ से ज्यादा आय दिखाने वाले करदाताओं की संख्या भी इस दौरान 60 प्रतिशत बढ़ गई है। इस बारे में जानकारी सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (CBDT) ने सोमवार को दी।
सीबीडीटी के आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2013-14 में जहां कुल करदाता 3.79 करोड़ थे, तो वहीं वित्त वर्ष 2017-18 में इनकी संख्या बढ़कर 6.85 करोड़ हो गई है। इस दौरान 1 करोड़ से ज्यादा आमदनी दिखाने वालों की संख्या भी 60 प्रतिशत बढ़ी है। सीबीडीटी के अनुसार वित्त वर्ष 2017-18 में डायरेक्ट टैक्स जीडीपी रेश्यो 5.98 प्रतिशत रहा है जो पिछले 10 वित्त वर्षों में सबसे ज्यादा है। .
वित्त वर्ष 2014-15 में जहां 88,649 लोगों ने अपनी आय 1 करोड़ रुपए से ज्यादा घोषित की, तो वहीं आकलन वित्त वर्ष 2017-18 में इनकी संख्या बढ़कर 1.40 लाख हो गई है। .
तो इसी तरह वित्त वर्ष 2014-15 से वित्त वर्ष 2017-18 के बीच 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की आय वाले इंडिविजुअल की संख्या भी 48,416 से बढ़कर 81,344 हो गई है यानी 68 प्रतिशत से ज्यादा।
सीबीडीटी के चेयरमैन के अनुसार करदाताओं की संख्या में इजाफा इनकम टैक्स विभाग के प्रयासों का नतीजा है। इनकम टैक्स विभाग की ओर से पिछले 4 सालों के दौरान कानून में सुधार, सूचना के प्रसार और कड़ाई से कानून का पालन करवाने की दिशा में उठाए गए कई कदम कारगर साबित हुए। source: goodreturns