प्रदेश सरकार ने दिवाली से पहले ही विधायकों को बड़ा तोहफा दे दिया है। शासन ने विधायक निधि में 50 लाख रुपये का इजाफा करके विधायकों के चेहरे खिला दिए हैं। बड़ी बात यह है कि दिवाली से पहले विधायक निधि की दूसरी किश्त भी जारी कर दी है। विधायकों का कहना है कि निधि बढ़ने से क्षेत्र में विकास कार्य कराने में दिक्कतें नहीं आएंगी।
विधानसभा और विधान परिषद के सदस्यों को अभी तक सालाना डेढ़ करोड़ की धनराशि क्षेत्र में विकास कार्य कराने के लिए मिलती थी। विधायकों द्वारा लगातार निधि में बढ़ोत्तरी करने का दबाव सरकार पर डाला जा रहा था। अब जाकर शासन ने उनकी मांग पर गौर किया और निधि में 50 लाख रुपये की वृद्धि कर दी। नए आदेश के तहत इस वित्तीय वर्ष से ही विधायकों को क्षेत्र के विकास के लिए सालाना दो करोड़ रुपये मिलने लगेंगे।
तीन माह पहले शासन ने पहली किश्त के रूप में 75 लाख रुपये प्रत्येक विधायक को जारी किया था। उस समय मनमाफिक बढ़ोत्तरी न होने से विधायकों को मायूसी हाथ लगी थी। अब योगी सरकार ने दूसरी किश्त के रूप में प्रत्येक विधायक को 1 करोड़ 25 लाख रुपये जारी कर दिए हैं। निधि में वृद्धि का लाभ विधानसभा और विधानपरिषद दोनों के सदस्यों को मिलेगा। उम्मीद की जा रही है कि विधायक निधि बढ़ने के बाद विधायकों को क्षेत्र में विकास कार्य कराने में दिक्कतें नहीं आएंगी।
शासन ने विधायक निधि डेढ़ करोड़ से बढ़ाकर 2 करोड़ कर दी है। दूसरी किश्त के रूप में 125 लाख रुपये प्रत्येक के नाम से जारी हो गए हैं। जल्द ही विधायकों से प्रस्ताव मांगने का आदेश पीडी डीआरडीए को दिया जाएगा। जिससे समय पर विकास कार्य शुरू हो सकें। अमर उजाला