नई दिल्ली। बिहार समेत पूरा उत्तर भारत छठ के पर्व में डूबा हुआ है। लोक आस्था के महापर्व छठ के तीसरे दिन यानी मंगलवार को व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य देने घाट पर जुट गए हैं। सोमवार को खरना होने के बाद 36 घंटे का व्रत शुरू हो गया था। 14 नवंबर यानी की कल सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ पूजा का समापन होगा। बिहार, यूपी, मुंबई और दिल्ली से लेकर कई राज्यों और शहरों छठ का पर्व मनाया जा रहा है। एक नजर डालते हैं इस महापर्व की कुछ तस्वीरों पर।
पानी में खड़े होकर यह अर्घ्य दिया जाता है। प्रथम अर्घ्य और द्वितीय अर्घ्य के बीच का समय ही तप का होता है जिसमें हम छठ माता को प्रसन्न करते हैं। नेपाल के जनकपुर में भी छठ का पर्व मनाया गया।
#Visuals from Nepal: People offer prayers on the third day of #ChhathPooja in Janakpur. pic.twitter.com/9iil5KKeE1
— ANI (@ANI) November 13, 2018
पानी में खड़े होकर यह अर्घ्य दिया जाता है 13 नवंबर की शाम प्रथम अर्घ्य 05 बजकर 25 मिनट पर दिया गया। यह अर्घ्य ही सूर्य पूजा का आरंभ है। प्रथम अर्घ्य के बाद अगली सुबह का अर्घ्य प्रातः कालीन उदित सूर्य का होता है। पानी में खड़े होकर यह अर्घ्य दिया जाता है।
मुंबई में भी धूमधाम से छठ मनाई गई।
लोकआस्था का पर्व छठ की काफी मान्यता है, अथर्ववेद के अनुसार षष्ठी देवी भगवान भास्कर की मानस बहन हैं। भगवान सूर्य तेजस्वी और यशस्वी पुत्र देते हैं। अस्तांचल और उदित सूर्य दोनों की पूजा छठ में होती है। मुंबई में भी धूमधाम से छठ मनाई गई।
छठ के तीसरे दिन दिल्ली के सोनिया विहार में यमुना नदी के किनारे पर सैकड़ों छठ माता के भक्तों को देखा गया। वहीं, वराणसी के घाट पर भी छठ का पर्व मनाया गया। source: oneindia